फार्मासिस्ट की जिला इकाई ने मनाया विश्व फार्मासिस्ट दिवस
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश मरावी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 25 सितंबर 2022, (प्रकाश मिश्रा) 25 सितंबर विश्व फार्मासिस्ट दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश फार्मासिस्ट एसोसिएशन की जिला इकाई डिंडोरी ने विश्व फार्मासिस्ट दिवस स्थानीय पूर्णा रेस्टोरेंट में आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश मरावी जिला अस्पताल में पदस्थ डाक्टर अमित द्विवेदी सहित जिले भर के फार्मासिस्ट एवं मेडिकल स्टोर के संचालक उपस्थित रहे।
मुख्यचिकित्सा अधिकारी के सामने रखी अपनी समस्या
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश मरावी के सामने जिले के फार्मासिस्टों ने अपनी समस्याओं को रखा। मूल रूप से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं शासकीय उप स्वास्थ्य केंद्रों में फार्मासिस्ट की नियुक्ति तथा फार्मासिस्ट को प्राथमिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए फार्मा क्लीनिक खोलने की अनुमति प्रदान करने की बात कही गई।
मेडिकल स्टोर्स संचालन के लाइसेंस रिनुअल की समस्या
मेडिकल स्टोर्स संचालन के लाइसेंस रिन्यूअल में हो रही देरी को लेकर भी मेडिकल स्टोर संचालकों ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के सामने नाराजगी जताई, उनका कहना था कि सारी फॉर्मेलिटी पूरी करने के बाद भी लगभग एक डेढ़ वर्षो के बाद भी लाइसेंस रिनुअल नहीं किया गया जिसके कारण उन्हें मेडिकल स्टोर संचालित करने में परेशानी हो रही है तथा स्थानीय अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही का डर भी बना रहता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि फार्मासिस्टों की समस्याओं को शासन के द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए निराकरण किया जाएगा । जहां तक मेडिकल स्टोर संचालन के लिए लाइसेंस रिनुअल में आ रही बाधाओं का सवाल है तो डिंडोरी एवं बालाघाट के लिए महिला अधिकारी को पंजीयन का प्रभार शासन ने सौंपा है मेडिकल संचालन के लिए लाइसेंस रिनुअल में विलंब क्यों हो रहा है इसके लिए वे उक्त अधिकारी से चर्चा कर समस्या का हल निकालेंगे। ज्ञात हो कि जिले में सैकड़ों की संख्या में मेडिकल स्टोर संचालित है जिनमें से कई मेडिकल स्टोरों में फार्मासिस्ट मौजूद नहीं है। फार्मासिस्ट की मानें तो प्रत्येक मेडिकल स्टोर्स में फार्मेसिस्ट का होना जरूरी है या यूं कहा जाए कि जहां दवा है वहां फार्मासिस्ट है । मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने फार्मासिस्ट की समस्याओं को नियमानुसार प्रक्रिया अपनाकर निवारण करने की बात कही है।