शराब तस्करी के आरोप में 3 गिरफ्तार, 81 लीटर अंग्रेजी शराब जप्त
कार से हो रही थी तस्करी, शाहपुरा शाहपुर थाना विक्रमपुर चौकी पार कर डिंडोरी पहुंची शराब की खेप
पुलिस और राजनीतिक संरक्षण में चल रहा तस्करी का खेल
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 16 मार्च 2023, पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा के निर्देशन पर कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को शराब तस्करी के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से अवैध शराब का जखीरा बरामद हुआ है। जबकि अपराध में प्रयुक्त एक कार भी जप्त करने में पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है। जानकारी के मुताबिक जबलपुर जिले के कुंडम से अवैध रूप से एक कार में डिंडौरी लाई जा रही थी। जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर सुबह लगभग साढ़े सात बजे अमरपुर रोड बाईपास में स्कूल के पास सेंट्रो कार को रोककर तलाशी ली गई। कार में 9 पेटी शराब रखी पाई गई। कार में सवार तीनों लोगों से पूछताछ में वे कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। कार को जब्त कर थाने लाया गया।
बताया गया कि कार में 8 पेटी जीनियस विस्की और एक पेटी एमडी रम की पाई गई, जिसका कुल माप 81 लीटर बताया गया है। जब्त की गई शराब की कीमत 50 हजार और कार की कीमत साढ़े चार लाख आंकी गई है। SDOP आकांक्षा उपाध्याय के मार्गदर्शन और कोतवाली प्रभारी CK सिरामे के निर्देश पर कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में पदनाम ASI राकेश यादव, विपिन जोशी, सुधीर पटेल, आरक्षक दीपक उईके शामिल रहे। बताया गया कि दो आरोपित सचिन शर्मा व सुनील कछवाहा जबलपुर निवासी हैं, जबकि डब्बू उर्फ शकील डिंडौरी निवासी है। सूत्रों की माने तो शराब तस्करों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त था। एक आरोपी एक पूर्व जनप्रतिनिधि के घर के सामने से गिरफ्तार हुआ है। आरोपी शकील की राजनैतिक संबंधों से जुड़ा एक विज्ञापन तस्वीर सहित सार्वजनिक हुई है।जिससे अटकलों को बल मिल रहा है।
सोते रहे सिंघम??
दो थाना और एक चौकी की पुलिस पर उठ रहे सवाल?? जानकारों की माने तो जिले में शराब तस्करी में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते एक गिरोह के इशारे पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। दो दो थाना और एक चौकी शराब तस्करों की कार पार कैसे कर गई?
पूरे मामले में गौर करने वाली बात यह है कि जबलपुर जिले के कुंडम से डिंडोरी तक शहपुरा और शाहपुर थाना के साथ विक्रमपुर चौकी की सरहद लांघनी पड़ती है। अहम सवाल है कि फिर कैसे शराब तस्कर इन क्षेत्रों से निकल डिंडोरी तक पहुंचने में कामयाब हो गये। इससे साफ जाहिर होता है कि इन थाना क्षेत्रों में पुलिस की नाक के नीचे मिलीभगत करके अपराध को अंजाम दिया जाता है और मिलीभगत के चलते पुलिस सोती रहती है।
बड़ी मात्रा में खुलेआम कार से शराब तस्करी का मामला सामने आया है उससे पुलिस, राजनीति और तस्करों की मिलीभगत उजागर होती है। जिले में डिंडोरी कोतवाली के बाद सबसे महत्वपूर्ण थाना क्षेत्र शहपुरा जो कई अन्य जिलों की सीमाओं से जुड़ा है साथ ही मंडला, जबलपुर, शहडोल, उमरिया को जोड़ने वाले मार्ग पर स्थित है। जबलपुर से डिंडोरी पहुंची शराब साबित करती है कि सिंघम सोते रहे। कुछ ऐसा ही मामला शाहपुर थाना क्षेत्र का है जहां खुलेआम जुआ और सट्टे का कारोबार चलने की खबरें उजागर होती रहती है पर थाना प्रभारी की पकड़ में कुछ नहीं आता! नवागत पुलिस अधीक्षक से इस तरह की नकारा व्यवस्था को सुधारने की दिशा में तत्काल कठोर कार्यवाही की जनापेक्षा है।