मिलेट वर्ष के तत्वावधान में आज आयोजित होगा श्री भोज
मोटे अनाज से बने व्यंजनों होंगे आकर्षण का केंद्र
वृद्ध पेंशनरों के 23 जोड़ों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 19 मार्च 2023, श्री अन्य फसलों का उत्पादन एवं उपभोग मानव सभ्यता के विकास के साथ 3000 वर्ष पूर्व में ही विश्व में किया जा रहा है। इसमें से अधिकांश लघु धान्य फसलों की उत्पत्ति का केंद्र हमारा भारत ही रहा है। पिछले कुछ समय में मिलेट्स (मोटे अनाज) के उत्पादन और उपभोग के संदर्भ में काफी रुझान देखने में आया है। जिसका मुख्य कारण इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों की मात्रा, विविध पर्यावरण अनुकूलता, फसल का टिकाऊ और कम लागत में अधिक उत्पादन रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के परिपेक्ष्य में जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण पहल के रूप में किसान कल्याण तथा कृषि विभाग एवं प्रदान संस्था, स्व सहायता समूह की महिलाओं के सहयोग से लघु धान्य फसलों के क्षेत्र विस्तार , उत्पादन में वृद्धि, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन रोजगार सर्जन एवं वित्तपोषण को प्रोत्साहन और विकास देने की दिशा में श्री भोज का आयोजन आज कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित किया जा रहा है। जिसकी जानकारी प्रेस वार्ता आयोजित कर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मीडिया को दी। बताया जाता है कि श्री अन्य के व्यंजनों और विविधता से परिपूर्ण श्री भोग के व्यंजनों को कार्यक्रम में अतिथियों को अनुभव करवाने की अनूठी पहल किए जाने का प्रयास होगा, साथ ही श्री अन्य को भोजन में सम्मानित स्थान एवं प्राथमिकता प्रदान करने तथा आए हुए अतिथियों को उनकी विशिष्टता से परिचय कराया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 तथा आजादी के अमृत महोत्सव 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम में वृद्ध पेंशनरों के 23 जोड़ों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। इसके साथ ही कृषि महत्व को प्रोत्साहन देते हुए महिला किसानों के साथ स्वतंत्रता सेनानी व बैगा समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले पद्मश्री से सम्मानित श्री अर्जुन सिंह धुर्वे, किन्नर समाज की प्रमुख शबनम दीदी, वृद्ध आश्रम संचालिका श्रीमती नेकी बाई, बीज बैंक के संरक्षक के रूप में केशव दास एवं पितांबर जी, महिला कृषक फुलजरिया बाई, जल जंगल जमीन बचाओ अभियान की प्रमुख एवं मिलेट्स बैंक की संचालिका उजयारो बाई , पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक मिलेट विशेषज्ञ डॉक्टर ओपी दुबे, पीडब्ल्यूडी के खानसामा और विभिन्न संस्थाओं से जुड़े स्थानीय वेंडरों का सम्मान श्री भोज कार्यक्रम में आयोजन के दौरान किया जाएगा।
आयोजन में श्री भोज के व्यंजनों में कुटकी से बनी हुई पूरियां, कचोरिया, लाजवाब पकोड़े, श्री पुलाव, श्री भोग कुटकी की खीर को सम्मिलित किया गया है इन व्यजनों की तैयारी में गांव की महिला कृषक शामिल होंगी जो विधि अनुसार इन के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।