खितगांव के ग्रामीणों ने किया “जनसेवा शिविर” का बहिष्कार
पूर्व की शिकायतों पर कार्यवाही नहीं होने से आक्रोशित है ग्रामवासी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 24 मई 2023, जिले में शासन के निर्देश पर आयोजित होने वाले शिविरों और आयोजनों के नाम पर अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा की जाने वाली खानापूर्ति और ग्रामीणों को इनसे कोई लाभ नहीं होने को आमजन अब अच्छी तरह से जान चुका है। ग्रामीण अंचल की जागरूक जनता अब ऐसे शासकीय कार्यक्रमों का विरोध भी करने लगी है जो कि शासन और प्रशासन के लिए बड़ा संदेश है।
ताजा जानकारी के अनुसार मंगलवार दिनांक 23 मई को ग्राम पंचायत जलेगांव के पोषक ग्राम खितगांव में शासन के निर्देशानुसार जनसेवा शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें काफी संख्या में पंचायत क्षेत्र के निवासी उपस्थित रहे किन्तु किसी ने भी आयोजित शिविर में कोई भी शिकायत दर्ज नहीं करवाई और शिविर का बहिष्कार किया। बताया जाता है कि पूर्व में आयोजित शिविर में ग्रामीणों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों पर अब तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई, न ही ग्रामीणों की शिकायतों का निराकरण किया गया है, जिससे सभी ग्रामीण आक्रोशित है। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में शिविर के आयोजन में जिला कलेक्टर भी उपस्थित थे और लोगों ने उन्हें जो शिकायते सौंपी थी उनका तक निराकरण अधिकारियों द्वारा नहीं किया गया। इसलिए जन सेवा शिविर के द्वितीय चरण में आयोजित शिविर का पंचायत के निवासियों ने बहिष्कार किया है।
शिविर के बहिष्कार के संबंध में ग्रामीणों ने लिखित जानकारी दी है, जिसमें चार दर्जन ग्रामीणों के हस्ताक्षर है। युवा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश महासचिव शिवकुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बेरोजगारी, पलायन, स्वास्थ, शिक्षा और पेयजल संबंधी कई समस्याएं क्षेत्र में व्याप्त है। जिन पर शासकीय अमला कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है साथ ही ग्रामीणों की शिकायतों का किसी भी स्तर से कोई निदान नहीं किया जाता है। शासकीय अमला और अधिकारी शासन के निर्देशों पर आयोजनों की खानापूर्ति के लिए ही गांव में आते है। जिला मुख्यालय में आम जनता की सेवा के लिए तैनात अधिकारी जिले में ग्रामीण क्षेत्रों की खुली उपेक्षा कर रहे है और गांवों की खराब स्थितियों जानकारी सरकार से छुपाकर आगे भी ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में बाधा बने हुए है। जिसको लेकर ग्रामीण जनता ऐसे आयोजनों का मतलब समझ चुकी है और अब आगे भी ऐसे सरकारी दिखावे का विरोध किया जाता रहेगा।