लाखों की लागत से निर्मित तालाब का कराया गया गुणवत्ताहीन निर्माण
अमरपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सिधौली का मामला
तालाब से हो रहा रिसाव, वर्षा अधिक होने पर क्षतिग्रस्त होने की आशंका
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 13 जुलाई 2023, जनपद पंचायत अमरपुर के ग्राम पंचायत सिधौली में जून्हापानी नाला जंगल के पास लाखो रु की लागत से तालाब निर्माण कार्य कराया गया है, जो कि अभी गर्मियों में ही कार्य पूर्ण हुआ है। उक्त तालाब निर्माण में जिम्मेदारों के द्वारा मापदण्ड को दरकिनार करते हुए गुणवत्ता विहीन निर्माण कराया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव समेत उपयंत्री के द्वारा निर्माण कार्य मे किसी प्रकार के मापदंड के तहत निर्माण नही कराया गया है। साथ ही निर्माण कार्य के दौरान ब्राइब्रेटर और रोलर नही चलाया गया, बल्कि मजदूरों के द्वारा लकड़ी से कुटाई करवाई गई गई है। जिसके चलते तालाब के निचले हिस्से से पानी का रिसाव हो रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच सचिव की लापरवाही के कारण आने वाले समय मे तालाब फूटने की संभावना बनी हुई है। जिसे देखते हुए कार्य पूर्ण होने के बाद अब भी कुछ मजदूर लगाकर तालाब को सुधारने के प्रयास किए जा रहे है।
जिम्मेदार सरकार के मंशा पर फेर रहे पानी
यह भी बताया गया है कि तालाब में ऊपर से पानी के साथ में मिट्टी आकर भर गई है। तालाब में मिट्टी भरने एवं तालाब से पानी रिसाव के कारण आगामी दिनों में स्थानीय किसानों को तालाब से पानी का लाभ नही मिल पाएगा। जबकि सरकार की मंशा है कि छोटे छोटे नाला में तालाब निर्माण कर स्थानीय किसानों के लिए सिंचाई का साधन बनाना है, लेकिन सरपंच सचिव एवं उपयंत्री मुन्ना लाल जाधव के द्वारा सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए लाखों रुपए बंदरबांट करने में तुले हुए है। निर्धारित मापदंडों की अनदेखी कर निर्माण कार्य करवाया गया है, जिसको लेकर ग्रामीणों ने असंतोष व्याप्त है। शासन के निर्देशों की खुली अनदेखी करते हुए पंचायत द्वारा जनता से जानकारी छुपाने की नीयत से कार्यस्थल पर सूचना बोर्ड भी नहीं लगवाया गया है।
जिम्मेदार नहीं देते जवाब
उक्त सम्बन्ध में पंचायत सचिव से हमारे प्रतिनिधि ने चर्चा की तो वे जवाब न देकर फोन काट दिया गया। वहीं सब इंजीनियर और एसडीओ से संपर्क के कई बार प्रयास करने पर वे फोन ही नहीं उठाते है। इस तरह की गैरजिम्मेदाराना स्थिति है जिले की महत्वपूर्ण निर्माण एजेंसी के अधिकारियों की।
अधिकारियों की सांठ गांठ से चल रहा जम के भृष्टाचार जिस तरह तालाब निर्माण कार्य मापदंड के विपरीत कार्य कराया जा रहा है, उससे साफ स्पष्ट हो रहा है कि अधिकारियों के मिलीभगत के बिना संभव नही है।