“फार्मर जीनोम राष्ट्रीय अवार्ड” से सम्मानित होगी लहरी बाई
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 27 अगस्त 2023, मिलेट प्रजातियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए लहरीबाई की मेहनत और प्रयासों को देखते हुये भारत सरकार के “पौध किस्म और कृषक अधिकार प्राधिकरण” ने 2021-22 के “प्लांट जीनोम सेवियर फार्मर अवार्ड” के लिए लहरीबाई का चयन किया है। यह अवार्ड 12 सितंबर 2023 को सी.सुब्रमण्यम ऑडोटेरियम नई दिल्ली में आयोजित ग्लोबल सिंपोजियम में दिया जाएगा।
बैगा लोग कहते है पहले हम “सोलह जात का खाना खाते थे लेकिन अभी तो एक जात का खाना मिलता है।“ बैगा आदिवासी ऐसा इसलिए कहते थे कि पहले उनके बेवर खेत में सोलह प्रजाति की फसल होती थी। बेवर जब बंद कर दिया गया तो बैगाओं का यह भोजन विविधता खतम हो गया। सोलह जात याने सभी प्रकार का मिलेट जिसे आज श्रीअन्न बोला जाता है और कई प्रकार के दाल की किस्में भी होती था। यह दस-पंद्रह साल पहले की बात है। तब से यही सोलह जात का बीज खोजना शुरू किया और इन बीजों को एक जगह रखने के लिए लहरीबाई पड़िया की टूटी-फूटी खाली पड़ी झोपड़ी को ठीक किया गया। जैसे-जैसे बीज मिलता गया जमा करते गए औए उसे खेतों में बोया जाने लगा।
यह काम उस समय बैगा महापंचायत की सक्रिय महिला सदस्य सामूहिक रूप से करती थी। बाद में उसे सामुदायिक बेवर बीज बैंक का नाम दिया गया। चूंकि यह बीज बैंक लहरीबाई के घर में था तो बीजों की साफ-सफाई समूह की महिलाओं के साथ लहरीबाई किया करती थी। उसके बाद निर्माण संस्था ने महिलाओं का एक समिति बनाई। उस समय मिलेट को ज्यादातर लोग नहीं जानते थे और खाते भी कम थे सिर्फ कोदो और कुटकी ही खाते थे और इन्हें ही जानते थे।
18 से 20 सितंबर 2022 को दिल्ली में आयोजित अंतराष्ट्रीय “प्रोटेक्शन ऑफ प्लांट वेराइटी एंड फार्मर राईट” सम्मेलन में लहरीबाई ने भाग लिया और मिलेट की प्रदर्शनी लगाई।
वर्ष 2023 को अन्तराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित हुआ। 4 जनवरी 2023 को डिंडोरी कलेक्टर विकास मिश्रा ने लहरबाई के घर आकार सामुदायिक बेवर बीज बैंक को देखा
और उनके इस प्रयास की प्रसंशा की साथ ही कलेक्टर महोदय ने इसमें विशेष रुचि लेकर लहरी बाई के प्रयासों की आगे बढ़ाने में मदद की। जिला मुख्यालय डिंडोरी में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह में लहरीबाई को मुख्य अतिथि बनाया गया। इंदौर में आयोजित G20 सम्मेलन में लहरीबाई ने डिंडोरी का प्रतिनिधित्व किया और मिलेट वेराइटी का प्रदर्शन किया। सामुदायिक बेवर बीज बैंक के जरिये मिलेट प्रजातियों के संरक्षण करने से अंतराष्ट्रीय मिलेट वर्ष पर कई निजी कार्यक्रमों में लहरीबाई को मुख्य अतिथि बनाया गया वे कार्यक्रमों में शामिल हुई।
“पौध किस्म और कृषक अधिकार प्राधिकरण” ने 2021-22 के “प्लांट जीनोम सेवियर फार्मर अवार्ड” के लिए लहरीबाई के चयन की जानकारी एक पत्र के द्वारा लहरीबाई को दी गई है। इस सम्मान के लिए लहरी बाई के सतत प्रयास और जिला प्रशासन के सार्थक सहयोग की भूमिका है। डिंडोरी जिले के लिए लहरी बाई की यह उपलब्धि गौरव का विषय है।