आदिवासी आंदोलन को कमजोर करने की साजिश सफल नहीं होगी — इरफान मलिक
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 24 मार्च 2024, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एडवोकेट इरफान मलिक ने एक बयान जारी कर कहा है कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी आज़ आदिवासी आंदोलन और समाज के सबसे विश्वसनीय प्रतिनिधि के रूप में स्थापित हो चुकी हैं, इस गौरवशाली आदिवासी आंदोलन जो कि पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम, मोतीराम कंगाली, समर सिंह जी, जैसे चिंतकों के बलिदानी प्रयासों से खड़ा हुआ है और पिछले 31 सालों से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नाम से अभियान आंदोलन लगातार जन जंगल जमीन आदिवासियों की पहचान उनकी अस्मिता सुरक्षा सम्मान अधिकार से जुड़ा है। समय-समय पर इस आंदोलन से फैल रही जागृति को रोकने के लिए आंदोलन को कमजोर करने के लिए भाजपा और कांग्रेस लगातार षड्यंत्र रचते रहते हैं और आदिवासियों की लड़ाई को नेपथ्य में ले जाने का प्रयास करते हैं। लेकिन दादा हीरा सिंह मरकाम, मोतीराम कंगाली जी, समर सिंह जी के खून पसीने से पैदा हुआ ये आंदोलन ना तो कभी खत्म हो सकता है और ना ही इसे कमजोर किया जा सकता है। आदिवासी आंदोलन की एकता को तोड़ने के लिए समय-समय पर आदिवासी समाज के कुछ महत्वाकांक्षी पदलोलुप युवाओं को राजनीतिक झूठे दिवास्वप्न दिखाकर आंदोलन के खिलाफ खड़ा कर पूरे समाज को ठगने का प्रयास आदिवासी विरोधी शक्तियों के द्वारा हर चुनाव से ठीक पहले किया जाता रहा है और यही प्रयास इस लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिल रहा है। जब गोंडवाना आंदोलन से पहचाने जाने वाले, प्रतिष्ठा अर्जित करने वाले कुछ ऊर्जावान युवाओं को समाज विरोधी शक्तियां अपने झांसे में लेने में कामयाब हो गई है। आंदोलन एक शक्ति के रूप में ना चलें ऐसा प्रयास किया जा रहा है और संघर्ष को कमजोर करने का काम कर रही है। लेकिन गोंडवाना आंदोलन एक समग्र विकास क्रांति आदिवासी आंदोलन है, जो स्वाभिमान और अस्मिता का प्रतीक है। इसमें लोग आते जाते रहते हैं, आंदोलन को कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। आंदोलन यूं ही बदस्तूर चलता रहेगा और एक दिन जन-जंगल जमीन पर आदिवासी समाज का अधिकार होगा उसके अधिकार सम्मान और सुरक्षा को हासिल करने से कोई नहीं रोक सकेगा।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इरफान मलिक ने गोंडवाना के आम सिपाहियों से अपील करते हुए कहा है कि नेताओं से आंदोलन नहीं चलता आंदोलन से नेता पैदा होते हैं, पार्टी छोड़कर जाने वाले लोगों से निराश और परेशान ना हो और जमीन पर काम करते रहे आंदोलन के विचार को संगठनात्मक तरीके से फैलाते रहे और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को मजबूत करते रहे। ऐसे साथी जो अपने स्वार्थ के लिए अपने विचार और संघर्ष, महत्वाकांक्षा के लिए आदिवासी समाज की प्रतिष्ठा से खिलवाड़ करते रहते हैं, समाज ऐसे सौदेबाजी करने वाले लोगों को कभी माफ नहीं करेगा और उस आंदोलन के साथ खड़ा रहेगा जो पिछले 31 सालों से लगातार चल रहा है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एडवोकेट इरफान मलिक ने सभी कार्यकर्ताओं पदाधिकारी और समर्थकों को कहा है की वे सब बिना भ्रमित हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों को विजय बनाने के लिए कमर कस लें और पार्टी को, आंदोलन को मजबूती दें, और दादा हीरा सिंह मरकाम के सपने को साकार करने में जुटे रहे।