शराब ठेकेदार अघोषित शराब दुकानों से बिकवा रहे है शराब : अध्यक्ष, भाजपा
जनपथ टुडे, मार्च 17,2020 (पंकज शुक्ला) कल जिला मुख्यालय में पुलिस द्वारा अवैध शराब बेचने वाले कई कुचीयो के ठिकानों पर दबिश दी गई और अवैध शराब बेचने वाले 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं व देशी और विदेशी शराब भी पकड़ी गई हैं.
गौरतलब हैं कि पिछले दिनों भाजपा के जिलाध्यक्ष, नरेन्द्र राजपूत ने ज़िले और डिंडौरी नगर में हॊ रहे शराब के अवैध कारोबार को बंद कराए जाने कि मांग करते हुए प्रशासन को चेतावनी दी गई थी कि यदि पुलिस प्रशासन कठोर कार्यवाही नही करता हैं और जल्दी ही इस अवैध कारोबार पर रोक नही लगाई गई तो भाजपा शराब माफियाओं और पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगी.
कल पुलिस द्वारा कुछ अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए लगभग सत्रह हजार रुपए कीमत की शराब जप्त की गई और 12 लोगों के खिलाफ अवैध रूप से शराब बेचने के मामले भी दर्ज किए गए हैं.
आज देर शाम भाजपा जिला अध्यक्ष ने एक सार्वजनिक बयान में कहा कि उन्हें विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली हैं कि डिंडौरी शहर में शराब ठेकेदार द्वारा ही शराब कि सप्लाई करने हेतु बकायदा पेटी कॉन्ट्रैक्टर बना कर अघोषित शराब कि दुकानों का संचालन कराया जा रहा हैं. भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा लगाया गया ताजा आरोप बेहद गंभीर जरूर हैं, किन्तु इस पर किसी को भी अचरज नही हैं.
डिंडौरी नगर में बिना सरकारी ठेके के शराब कि खुलेआम बिक्री और मुख्य मार्ग पर शराब बिक्री की खबरें हमेशा से मीडिया के माध्यम से प्रसारित होती रही हैं और पुलिस पर इसकी जानकारी के बाद भी कार्यवाही न किए जाने के आरोप लगते रहे हैं. कल पुलिस की छापामार कार्यवाही में शहर के लगभग एक दर्जन ठिकानों पर अवैध शराब की जप्ती, मीडिया के आरोपो को प्रमाणित करता है।
भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा शराब ठेकेदारों द्वारा करवाई जा रही शराब की अवैध सप्लाई और अघोषित शराब दुकानों के संचालन के लिए पेटी कान्ट्रेक्टर बनाए जाने के आरोप पुलिस और आबकारी विभाग के लिए जाँच का विषय जरूर हॊ सकते हैं पर इन आरोपो को खरिज नही किया जा सकता हैं.
पकड़े गए आरोपियों से की जाए शराब तस्करों की पूछताछ
कल पुलिस की छापामार कार्यवाही में अवैध शराब की बिक्री करते पकड़े गए दर्जन भर आरोपियो से यदि पुलिस कड़ाई से पूछताछ करती हैं तो इस बात का खुलासा साफ तौर पर किया जा सकता हैं कि शहर में शराब की आपूर्ति कहा से हॊ रही हैं और इस बड़े कारोबार में ज़िले के ही शराब ठेकेदार शामिल हैं या दूसरे जिलों से डिंडौरी आ रही हैं अवैध शराब.
आबकारी अमले पर केवल मटके फोड़ने की जिम्मेदारी ??
जिला मुख्यालय हो या फिर जिले के तमाम छोटे बड़े गांव हर जगह बिना सरकारी ठेकों और दुकानों के अवैध शराब की खुली बिक्री हो रही है जिन पर विभिन्न पुलिस थाना क्षेत्रों में अक्सर कार्यवाही की जानकारी सार्वजानिक होती रहती है पर आबकारी विभाग शराब ठेकेदारों के गुर्गों के साथ सिर्फ महुए की शराब बनाने वालो के मटके फोड़ने की ही जिम्मेदारी निभाता देखा जाता रहा है, जिले में कहीं भी आबकारी विभाग ने देशी और विदेशी शराब नहीं पकड़ी इसकी क्या वजह है? जबकि अवैध रूप से शराब की बिक्री से सबसे अधिक राजस्व का नुक़सान आबकारी विभाग को ही होता है और शराब के अवैध कारोबार व तस्करी पर नियंत्रण करना आबकारी विभाग की जिम्मेदारी है।