राजा – महाराजा की लड़ाई में – अनाथ हुए नाथ, कहीं खुशी – कहीं गम
कहीं खुशी – कहीं गम
किस्त – किस्त गेग की चर्चा
जनपद टुडे, डिंडोरी, मार्च 20 2020
भोपाल आज के राजनीतिक घटनाक्रम में अंततः मध्य प्रदेश की 18 माह पुरानी कमलनाथ सरकार, मुख्यमंत्री कमलनाथ के स्तीफा देने के बाद गिर गई। बीते 3 मार्च को इस राजनैतिक उठापटक की शुरुआत हुई, जिसके पीछे मुख्य वजह राजा और महाराजा यानी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह के बीच की तकरार के चलते लंबी नौटकी और कई प्रकार की उठापटक भी घटनाक्रम के बाद अंतत आज प्रदेश के मुखिया कमलनाथ स्तीफा देने के बाद अनाथ नजर आए। बताया जाता है कि सरकार के अल्पमत में आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आज विधानसभा में फ्लोर टैस्ट करा कर बहुमत सिद्ध करने की बजाय अपना स्तीफा देना बेहतर समझा, राज्यपाल को अपना स्तीफा देने के बाद कमलनाथ अपने विधानसभा क्षेत्र छिंदवाड़ा रवाना हो गए।
प्रदेश की बदलती हुई सियासत के बाद जहां भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश और स्थानीय कार्य कार्यकर्ताओं में अत्यधिक खुशी व्याप्त है वही कल तक जिन मंत्रियों और मुख्यमंत्री के दरवाजे पर लोगों का मजमा लगा करता था आज भारी सन्नाटा पसरा रहा।
डिंडोरी जिले के कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम के बंगले पर एक भी आदमी नजर नहीं आ रहा था वही भाजपा कार्यालय डिंडोरी में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने खुशियां मनाई और मिठाईयां बांटी। भारत माता चौक, भारतीय जनता पार्टी कार्यालय एवं जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति प्रकाश धुर्वे के घर के सामने पटाखे फोड़ कर खुशी मनाई गई।
किस्त किस्त गेग का क्या होगा?
मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिर जाने के बाद डिंडोरी के विधायक ओमकार सिंह मरकाम जिन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त था और उनके तमाम करीबी समर्थक आज नज़र ही नहीं आए और जो दिखाई दिए भी उनके चेहरों पर उदासी और चिंता साफ दिखाई दे रही थी। ऐसे समर्थको को लेकर चर्चा व्याप्त है कि विगत सत्रह अट्ठारह माह की सरकार के दौरान उनका रसूख देखा जाता रहा है और इनमें से कईयों ने चमचमाती हुई नई नई कीमती गाड़ियां खरीदी थी अब जिले में चर्चा यही है कि अलग अलग कंपनियों से फाइनेंस करवाई गई इन गाड़ियों की किस्ते ये गैंग कैसे और कहां से चुकाएगा ? लगभग पूरे जिले में सर्वाधिक चर्चा इसी किस्त किस्त गेग की दिन भर बनी रही।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में तो प्रदेश की कांग्रेस सरकार के गिरने से खुशी का माहौल है जो समझ आता है पर दूसरी ओर कैबिनेट मंत्री के विरोधी खेमे के कांग्रेसी कार्यकर्ता भी खुश नजर आए और अब उन्हें इंतजार है इस किस्त किस्त गेम की खराब होती हालत पर मजा लेने का।