
ज़मीन खरीदी मामले में विधायक संजय पाठक को एक और झटका
जनपथ टुडे डिंडोरी-16 सितंबर।
आदिवासियों के नाम से ज़मीन खरीदी मामले में विजयराघवगढ़ के विधायक संजय पाठक की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। ताज़ा खबर ये है कि राष्ट्रीय जनजाति आयोग ने इस मामले पर मिली तथ्यात्मक जानकारी को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच करने का निर्णय लिया है और संबंधित कलेक्टरों को नोटिस जारी कर तीस दिनों के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है।आयोग ने सभी कलेक्टरों को चेतावनी दी है कि समय सीमा में जानकारी नही दी तो सिविल कोर्ट की तरह सम्मन जारी किए जाएंगे। गौरतलब हैं कि पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में आदिवासी जमीनों पर अवैध कब्जा और धांधली करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है।
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) ने दिव्यांशु मिश्रा की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए कांग्रेस से आयातित विजयराघवगढ़ के भाजपा विधायक संजय पाठक और उनके परिवार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए नोटिस जारी किए हैं। आरोप है कि पाठक परिवार ने प्रदेश के 5 जिलों में लगभग 1173 एकड़ आदिवासी जमीन अवैध रूप से खरीदी है।गौरतलब हैं कि इस मामले को सबसे पहले गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष इंजि. कमलेश तेकाम के नेतृत्व में उठाया था और विरोध किया था और रैली निकल कर जिला कलेक्टर डिंडोरी को ज्ञापन देकर मामले की गहनता से जांच करने की मांग की थी।गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इंजि. कमलेश तेकाम ने चेतावनी देते हुए कहा था।
यदि सरकार और प्रशासन तुरंत कार्रवाई नहीं करता तो हम जिला स्तर से लेकर भोपाल तक महाप्रदर्शन करेंगे और कानूनी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक ले जाएंगे।
आदिवासियों की जमीन हमारी अस्मिता है – इसे किसी भी हाल में लूटा नहीं जा सकता।तभी से अनेकों समाज सेवी संस्थाओं एवं संगठनों के द्वारा लगातार शिकायत दर्ज करवाई जा रही हैं और मामला दिनों दिन तूल पकड़ता जा रहा है।