बच्चों ने किया सृजनात्मक प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन- वीरांगनाओं की गाथा हुई जीवंत

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विद्यार्थियों ने रंगोली, पोस्टर, निबंध, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं झांकी प्रदर्शन के माध्यम से जनजातीय गौरव को नई अभिव्यक्ति

संपादक प्रकाश मिश्रा 8963976785
जनपथ टुडे डिंडौरी 12 नवंबर 2025 – 
जनजातीय गौरव दिवस सप्ताह (1 से 15 नवंबर) के अवसर पर जिलेभर में जनजातीय नायकों और वीरांगनाओं के बलिदान को याद करते हुए रंगारंग कार्यक्रमों की श्रृंखला जारी है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत आयोजित इन कार्यक्रमों में आंगनवाड़ी केंद्रों, स्कूलों और कॉलेजों के बच्चों ने अपनी सृजनात्मक प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन किया।

कार्यक्रमों में विद्यार्थियों ने रंगोली, पोस्टर, निबंध, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं झांकी प्रदर्शन के माध्यम से जनजातीय गौरव को नई अभिव्यक्ति दी। पोस्टरों और रंगोलियों में बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, रानी दुर्गावती, भीमा नायक जैसी विभूतियों की प्रेरक झलक देखने को मिली।

बालिकाओं ने अपनी कला और अभिव्यक्ति से यह संदेश दिया कि जनजातीय नायक केवल इतिहास के अध्याय नहीं, बल्कि आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा के स्तंभ हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं शिक्षकों ने बताया कि इस तरह के आयोजन छात्र-छात्राओं में न केवल जनजातीय संस्कृति के प्रति गर्व की भावना जगाते हैं, बल्कि उन्हें अपनी जड़ों से जोड़ते भी हैं।

महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस केवल स्मरण का नहीं, बल्कि स्वाभिमान और सशक्तिकरण का उत्सव है। कार्यक्रम के अंत में विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

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