
प्रशासन कर रहा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के “भूमि–माटी बचाओ सत्याग्रह आंदोलन” को दबाने का प्रयास – राधे श्याम कुकेड़िया

Ggp ने लगाया गंभीर आरोप
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्रांतिकारी राधेश्याम काकोड़िया, राष्ट्रीय संगठन सचिव रूपनारायण पोया, एवं जिला अध्यक्ष दल प्रताप पैगाम को शासन–प्रशासन ने अडानी और उद्योगपतियों के दबाव में किया गिरफ्तार!

जनपथ टुडे डिण्डौरी 24 नवम्बर 2025 – गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के तत्वावधान में सिंगरौली में चल रहे “भूमि–माटी बचाओ सत्याग्रह आंदोलन” के दौरान प्रशासन ने आदिवासी, एस.टी., एस.सी., ओ.बी.सी. एवं अन्य वर्गों की न्यायिक लड़ाई को दबाने के उद्देश्य से भारी पुलिस बल तैनात किया गया। Ggp सूत्रों के अनुसार प्रशासन ने 10,000 एस.ए.एफ. जवान, 5,000 पुलिस कर्मी, 4 एस.पी., एवं कई थाना प्रभारियों (TI) को तैनात किया गया है ताकि आंदोलन को रोका जा सके। उपरोक्त आरोप गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राधे श्याम कुकेड़िया ने प्रेस नोट जारी करते हुए लगाया है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की मांग
राष्ट्रीय प्रवक्ता क्रांतिकारी राधेश्याम काकोड़िया के नेतृत्व में यह सत्याग्रह 59 आदिवासी गांवों को सिंगरौली के सामान्य क्षेत्र से अलग कर, पुनः कुसमी (सीधी) की आदिवासी एकीकृत विकास परियोजना में शामिल करने की मांग को लेकर चलाया जा रहा था।इसके साथ ही पार्टी ने मांग की थी कि —ग्राम सभा की अनुमति के बिना THDC और आदित्य बिड़ला ग्रुप द्वारा की जा रही भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को तत्काल रोका जाए। 2013 की पुनर्वास नीति, NGT के आदेशों, और 5वीं अनुसूची (अनुच्छेद 244) का पालन सुनिश्चित किया जाए। सुलियारी कोल माइंस क्षेत्र में APMDC एवं अडानी ग्रुप द्वारा की जा रही अवैध कोयला खदान, जंगल कटाई और विस्थापन को बंद किया जाए।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि इन मुद्दों को लेकर जब राष्ट्रीय प्रवक्ता राधेश्याम काकोड़िया ने प्रशासन से वार्ता की कोशिश की, तो जिला कलेक्टर और एसपी के निर्देश पर उन्हें बिना किसी विधिक कारण बताए हिरासत में ले लिया गया।जब राधेश्याम काकोड़िया ने गिरफ्तारी का कारण पूछा, तो प्रशासनिक अधिकारी ने कहा —“आप एक बड़े जननेता हैं, आपकी उपस्थिति से जनता जाग जाएगी। इसलिए विधायक, सांसद और प्रभारी मंत्री के आदेश से आपको हिरासत में लिया गया है।” गोगापा का कहना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोकतांत्रिक भारत में जनता की आवाज उठाने वाले नेता पर शासन की तानाशाही का डंडा चलाया गया, जिससे यह संभावनाएं बताई लगाई जा रही है की आंदोलन कारी क्रांतिकारी राधेश्याम काकोड़िया राष्ट्रीय प्रवक्ता, रूपनारायण पोया राष्ट्रीय संगठन सचिव, दलप्रताप पैगाम जिला अध्यक्ष, ये सभी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारियो ने मिलकर- देवसर विधायक राजेंद्र मेसराम, सीधी सांसद राजेश शर्मा, प्रभारी मंत्री संपतिया उइके की मौन सहमति से हो रहे बासी बिरदहा के जंगल की कटाई करवाने और कोयला चोरी का विरोध किया जिसे दबाने के लिए उद्योग पतियों से पैसे लेकर आंदोलनकारियों के साथ मारपीट की गई जिसमें गंभीर चोट लगने के बाद उसके दोनों पैर और कमर की हड्डियां टूट गईं। वह वर्तमान में हॉस्पिटल में दिल्ली AIIMS के ICU में इलाज रत है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में शासन प्रशासन और अडानी कंपनी का सहयोग करने और जल -जंगल -जमीन भूमि-माटी,खेत-खलियान को उजड़ने के लिए घोर निन्दा करती है और मांग करती है कि —
1. आदिवासी आंदोलनकारियों की गैरकानूनी गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए उक्त व्यक्तियों पर कानूनी कार्यवाही किया जाए ।
2. घायल आदिवासी कार्यकर्ता को सरकारी खर्च पर उपचार और मुआवजा एवं शासकीय नोकरी दिया जाए।
3. 59 गांवों की ग्राम सभा की मान्यता बहाल कर उन्हें पुनः कुसमी परियोजना में शामिल कर कोयला बिजली आदि का काम दिया जाए।
4. THDC और बिड़ला समूह द्वारा किए जा रहे अवैध अधिग्रहण और पुनर्वास नीति 2013 का परिपाल किया जाए ।
5. APMDC और अडानी समूह के द्वारा प्रशासन की निगरानी में जंगल कटाई किया जा रहा है जिस पर तत्काल जांच कर कार्रवाई की जाए।
6. अनुच्छेद 244 (5) वी अनुसूची के तहत 35% खान खनिज गोंड संपदा से मालिकाना हक रॉयल्टी दिया जाए ।
इनका कहना है
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी आदिवासियों के हित के लिए संकल्पित है जब भी कही आदिवासी समाज के हितों जल जंगल जमीन पर आघात होगा पार्टी सभी के साथ आगे बढ़कर लोकतांत्रिक और अहिंसात्मक तरीके से आंदोलन कर उनके हितों की रक्षा करेगी।
इरफान मलिक
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोंडवाना गणतंत्र पार्टी


