” लॉक डॉउन ” 7 वा दिन डिंडोरी बाजार नहीं लगा
आज दूसरे इतवार को भी नहीं भरा डिंडोरी का बाज़ार
पान गुटके के शौकीन है परेशान
लोगो के बाल और दाढ़ी बढ़ने लगी है
जनपथ टुडे, डिंडोरी, मार्च 29,2020, जिले में आज लॉक डॉउन का सातवां दिन है। पिछले रविवार को जनता कर्फ्यू भी रविवार के दिन था और जिला मुख्यालय में साप्ताहिक बाजार बाजार फिर नहीं भरा ये दूसरा रविवार है लगातार जब शहर की सड़कें पूरी तरह खाली है, सभी तिराहों और अबंती बाई चौक पर पुलिस की निगरानी है हर तिराहे को
बेरीकेट्स से बंद कर दिया है जो दोपहर 12 से 3 बजे तक खोले जाते है इसके पहले और बाद में कोई भी शहर की सड़कों पर नहीं घूम सकता। अधिकारियों के वाहन आने पर ये सड़के खोली जाती है और फिर बेरिकेटिंग कर दी जाती है। इसके अलावा जो भी सड़क पर निकलता है उसका पास, निकलने की बजाय कहा से आ रहे हो कहा जाओगे जैसे सवालों के बाद ही पुलिस निकलने देती है। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों, अधिकारियों, पत्रकारों और पुलिस बल के अलावा कुछ वो लोग ही सड़कों पर नजर आते है जिन्हें कोई विशेष आवश्यक कार्य है और उनका निकलना जरूरी है।
बाजार में सन्नाटा सबके खाली :-
आज रविवार का दिन है और साप्ताहिक बाज़ार के चलते सबसे अधिक भीड़ आज के दिन शहर की सड़कों पर होती है स्थानीय नागरिकों के अलावा आस पास के
ग्रामीण अंचलों से बड़ी संख्या में लोग बाजार करने डिंडोरी आते है पर आज लगातार दूसरे रविवार को भी बाजार नहीं लगा और जिन सड़कों पर पैर रखने की जगह नहीं होती थी वहां आज किसी को पैर रखने की अनुमति नहीं है। पुलिस, पत्रकार और शासकीय कार्यों में मुस्तैद लोग ही सड़क पर कभी कभी नज़र आते है।
सिर्फ सब्जी, फल और किराना दुकानें खुलती है :-
पिछले एक सप्ताह से जिले भर में सिर्फ सब्जी, फल और किराने की दुकानें दोपहर में 12 से 3 तक खुलने की
अनुमति है। पेट्रोल पम्प और दवा की दुकानों को खुला रखा गया है जिन पर भी भीड़ पहले से कम दिखाई दे रही है। लोगो को निकलने और घूमने की बंदिश के चलते पेट्रोल डीजल की खपत भी कम होने से पेट्रोल पंपों पर भीड़ नदारत है।
नहीं मिल पा रहा पान गुटका :-
शहर में सबसे अधिक रौनक और भीड़ शहर की पान दुकानों पर होती है, सुबह से देर रात तक इनपर भीड़ लगी रहती थी और नगर के अलग अलग स्थानों पर सैकड़ा भर से अधिक पान कि दुकानें बंद होने से पान और गुटका प्रेमी परेशान है। 12 से तीन के बीच कुछ पान की दुकानें खुलती है पर उन तक भी भीड़ नहीं पहुंच पा रही है क्योंकि पान और गुटके की अपनी अपनी पसंद की दुकानें शौकीनों की हुआ करती है जिनमे से अधिकांश नहीं खुल रही है जिससे सड़क किनारे की भीड़ और कम है। हालाकि शुरा प्रेमियों को भी कुछ परेशानी आ रही है दबे छुपे शहर में बिकने वाली शराब की कीमतों में इजाफा होना बताया जाता है।
कटिंग सैलून है बंद :-
रविवार को छुट्टी रहने के कारण कटिग सैलूनों पर सबसे अधिक भीड़ हुआ करती थी पर लोगो को पिछले दो रविवार से ये सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है बहुत सारे ऐसे भी लोग है जिन्होंने कभी अपनी दाढ़ी अपने हाथों से नहीं बनाई वे अब परेशान है, लॉक डॉउन के चलते लोगों के दाढ़ी बाल बढ़ने लगे है वहीं महिलाएं भी ब्यूटी पार्लर बंद होने से असहज महसूस कर रही है।