गरीब खाने दाने को मोहताज, कहीं नहीं सुनवाई
गरीब परिवारों का सर्वे कर शासन की योजना का लाभ दिलवाना पंचायत की जिम्मेदारी,
ऐसी पंचायतों के खिलाफ शीघ् कार्यवाही की आवश्यक
जनपथ टुडे, डिंडोरी – किसलपुरी, पंचायत के सरपंच , सचिव को नही है जनता से कोई मतलब , अपनी मनमानी में उतारू दोनों नही सुनते किसी की न ही इस संकट की घड़ी में किसी गरीब जनता की कर रहे मदद। इस तरह की चर्चा क्षेत्र में आम है वजह है पंचायत की निष्क्रियता और गरीब जन की अपेक्षा।
ग्राम पंचायत किसलपुरी का युवक जो रोज कमा कर अपना परिवार पालता था अब जब स्थिति बिगड़ी हुई है और काम बंद है तब गरीब अपने परिवार के चार सदस्यों का पेट भरने भटक रहा है भाई बहन के साथ उसकी बुजुर्ग विश्चिप्त हाल मां भी है पर इस हाल में उसे कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। आवास कोलोनी में विगत 15 वर्षों से निवास करने वाले परिवार की आज तक पंचायत के जन प्रतिनिधियों ने परवाह की न ही शासन की योजना का लाभ दिलाने वाले सर्वे में इस परिवार को लाभ दिलाने पंचायत ने की कोई कार्यवाही, इस तरह की संस्थाओं की क्या जरूरत है जो दो तीन गावो पर ही अपनी निगरानी नहीं रख पाती और जरूरतमंदो को शासन की मंशा अनुसार लाभ नहीं दिला सकती ऐसी अक्षम संस्थाओं के जिम्मेदार लोगों पर जिला प्रशासन सख्त कार्यवाही करे नहीं तो लॉक डॉ उन बहुत से मेहनतकश मजदूरों के लिए जानलेवा साबित होगा और इसकी वजह होगी ऐसी नकारा संस्थाएं जो जनहित की बजाए भ्रष्टाचार में अधिक लिप्त है। जिन्हे विश्व की इतनी बड़ी आपदा ने जब देश हलकान है तब भी अपने हाथ पाव हिलाने में शर्म आ रही है । जो गांव के गरीबों के काम न आए ऐसी पंचायतों पर प्रशासन को बिना देरी किए कठोर कार्यवाही करनी चाहिए।