
भूखे आवारा पशुओं के लिए मसीहा बने दो युवा अफसर
जनपथ टुडे,जबलपुर, 07 अप्रैल, 2020, लॉकडाउन की वजह से सड़कों में भूखे-प्यासे घूम रहे आवारा गौवंश को देखकर दो युवा संवेदनशील अधिकारियों का दिल पसीजा और वे अपने कर्त्तव्य को निभाने के बाद करीब 50 किलो चारा प्रतिदिन आवारा पशुओं को खिला रहे हैं और स्ट्रीट डॉग को बिस्किट्स भी ।
जिला प्रशासन के महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी द्वय रितेश दुबे और प्रशांत पुराबिया आपस में घनिष्ठ मित्र हैं । जब इन दोनों ने सड़कों पर बेसहारा मूक पशुओं को घूमते-फिरते देखा तो महसूस किया कि इनकी सबसे महत्वपूर्ण जरूरत चारे से हटके और क्या हो सकती है। बस निकल पड़े पशुओं के लिए चारे तलाश में अपने काम से फ्री होते ही उन्हें चारा बेचने वाला मिल गया । 300 रूपये में 50 किलो लगभग चारा खरीदा । ये दोनों अधिकारी मित्र प्रतिदिन अपनी ड्यूटी पॉइंट पर इसी गाड़ी से जाते हैं चारा खरीदते हैं और उसे कार के पीछे वाली डिक्की में रख लेते हैं और अपना दायित्व निभाते हुए सड़क के किनारे कुछ देर भटकते हैं । उन्हें खोजते हुए जो मूक है बेसहारा है उनके मालिक तो है यूं ही छोड़ देते हैं सड़कों पर इस तरह के जानवर अक्सर सब्जी मंडी के आसपास मिल जाते हैं। परंतु टोटल लॉक डाउन के इस माहौल में उन्हें वहां भी पर्याप्त आहार नहीं मिलता, आहार यात्रा में उनका दूर तक निकलना स्वाभाविक है।
अधिकारी द्वय रोज उन्हें खोज ही लेते हैं और आहार खिला देते हैं इतना ही नहीं यह अधिकारी अपने साथ जो बिस्कुट लेकर जाते हैं वह सड़कों पर कुत्तों को खिलाया करते हैं।
उनके सीनियर ऑफिसर ने जब उनसे कहा कि आपके नाम के साथ हम यह सूचना वरिष्ट अधिकारियों को देना चाहते हैं उन्होंने यह कहते हुए इंकार कर दिया कि सेवा हम प्रदर्शन के लिए नहीं कर रहे हैं। मनुष्य कितना भी क्वॉरेंटाइन में चला जाए परंतु उसका ह्रदय और आत्मा कभी भी क्वॉरेंटाइन में नहीं जा सकती इसकी पुष्टि करते हैं यह दोनों युवा अधिकारी । इन अधिकारियों का अधिक से अधिक लोग यदि अनुकरण करें तो कम से कम मूक पशुओं को भूखा तो नहीं ही रहना पड़ेगा ।
एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती वंदना श्रीवास्तव भी नियमित रूप से अपनी ड्यूटी के साथ कुत्तों को बिस्किट खिला रही हैं ।