शाहपुरा एसडीएम महेश मंडलोई को हटाया गया, एसडीएम और नायब तहसीलदार की जांच हेतु कलेक्टर ने टीम गठित की
कोरोना संक्रमण काल के दौरान भी अधिकारियों पर लगते रहे उगाही के गंभीर आरोप
शाहपुरा में जिला कलेक्टर के निर्णयों की हो रही है प्रशंसा
जनपथ टुडे, डिंडोरी,अप्रैल 30,2020, प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला कलेक्टर डिंडोरी द्वारा एस डी एम शाहपुरा महेश मंडलोई को शाहपुरा से हटा दिया गया है, शाहपुरा में एस डी एम रजनी वर्मा, डिप्टी कलेक्टर डिंडोरी होगी और मंडलोई अब डिंडोरी डिप्टी कलेक्टर होगे।
इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने एस डी एम मंडलोई और नायब तहसीलदार ऋषभ ठाकुर के खिलाफ पटवारी संघ व जे सी बी संचालक नदीम खान के द्वारा की गई शिकायतों की जांच हेतु अपर कलेक्टर डिंडोरी को जांच अधिकारी बनाया गया है।
गौरतलब है कि विगत दिनों से शाहपुरा में नायब तहसीलदार और एसडीएम की टीम पर अवैध वसूली के आरोप लग रहे थे। कुछ दिन पूर्व एक पटवारी को बंधक बना कर रुपए मांगे जाने के आरोप लगे थे और फिर एक जेसीबी संचालक से पैसे लिए जाने के भी आरोप लगे थे। दोनों ही प्रकरणों की शिकायत जिला कलेक्टर से की गई थी वहीं आज एक और मामले में मोहराकला की आदिवासी महिलायों ने स्वसहायता समूह द्वारा संचालित उपभोक्ता भंडार की जांच कर नायब तहसीलदार द्वारा पांच हजार रूपए वसूले जाने के भी आरोप लगाए गए है।
जब पूरा देश, प्रदेश और जिला कोरोना संक्रमण के चलते हलाकान है और लॉक डॉउन लगा हुआ है और पूरा शासन और प्रशासन इस जटिल समय में व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है तब उक्त अधिकारियों की करतूतों से प्रशासन की छवि तार तार की जा रही थी। ये वो कुछ मामले है जिनका खुलासा हुआ है न जाने ऐसे और कितने मामले होगी जिनकी अब पोल खुलेगी।
जिला कलेक्टर के द्वारा लिए गए निर्णय के बाद शाहपुरा क्षेत्र के लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया है कि एसडीएम को हटाए जाने से लोग खुश है और तहसीलदार को भी हटाया जाना चाहिए, शाहपुरा में प्रशासनिक व्यवस्था के नाम पर लगातार खुली लूट इस जोड़ी द्वारा की जा रही थी और आमजन प्रताड़ित था। लोगो की मांग है कि इन अधिकारियों के विरूद्ध की गई शिकायतों की निष्पक्ष जांच करा कर उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही भी शीघ की जावे ताकि प्रशासन की छवि खराब करने वाले अधिकारियों और रिश्वत खोरी की सजा इन्हे मिल सके।