कवर्धा -छत्तीसगढ़ से उत्तर प्रदेश अपने घर जाने साइकिल से निकले मजदूर
कवर्धा प्रशासन से साधन की करते रहे गुहार
खाने पीने और रुकने में हो रही भारी परेशानी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, मई 7 2020, कल दोपहर उत्तरप्रदेश के पीलीभीत जिले के रहने वाले 37 मजदूर अपनी अपनी साइकिलों पर अपना सामान रखें एक साथ उत्तर प्रदेश के लिए जाते हुए दिखाई दिए, यात्रा करते हुए थक चुके मजदूर जब सड़क के किनारे आराम कर रहे थे तब हमारे प्रतिनिधि संतोष अहिरवार ने इनसे जानकारी ली तब उन्होंने बताया कि –
यह लोग उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के रहने वाले हैं और छत्तीसगढ़ राज्य के कवर्धा में बांस कटाई का काम करने के लिए पिछले 6 महीने पहले अपने गृह जिले से निकले थे लेकिन अचानक लॉक डाउनलोड होने के बाद इनके द्वारा काम बंद कर दिया गया और यह कवर्धा में ही फंस कर रह गए थे। 3 मई 2020 को तीसरे चरण में साइकिल से अपने गांव जाने के लिए कोई साधन नहीं मिला तब इन सभी मजदूरों ने साइकिल खरीदने की व्यवस्था की और सभी ने एक साइकिल खरीदी और उससे ही उत्तर प्रदेश के लिए निकल पड़े।
उन्होंने बताया कि पिछले 3 दिनों से भूखे प्यासे जिला कवर्धा से निकले हैं रास्ते में ना कहीं खाने की व्यवस्था है ना ही कोई उन्हें रुकने देता है उन्होंने बताया कि कई दिनों से कवर्धा जिला प्रशासन से अपने घर जाने की मांग कर रहे थे किंतु प्रशासन ने उनकी गुहार नहीं सुनी ना ही कोई साधन उपलब्ध कराया वे किराया देने भी तैयार थे किंतु कवर्धा प्रशासन द्वारा उनकी गुहार नहीं सुनी गई है मजबूर होकर वह अपनी अपनी साइकिल खरीद कर उससे ही अपने घर जाने का निर्णय लिया क्योंकि संख्या इनको 37 साइकिल की व्यवस्था करना थी और दुकानें बन्द थी इस लिए सायकिल की व्यवस्था करने में भी तीन चार दिन का समय लग गया और अब यह अपने घर की ओर बढ़ रहे हैं।
उन्होंने बताया की कहीं भी इतने लोगो को खाने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाती और उनको कहीं रुकने भी नहीं देते और उनका आराम करना भी बहुत मुश्किल काम है दूसरी और थके हुए ज्यादा दूर नहीं चल पाते कुल मिलाकर परेशानी का सामना करते हुए कवर्धा से आखिर उत्तर प्रदेश के लिए वे इन संकटों का सामना करते हुए निकल पड़े है परेशानी तो है पर आखिर वे देर सबेर अपने घर पहुंच ही जाएंगे। मजबूरी है न कोई साधन उपलब्ध है न ही वे काम काज कर पा रहे है साथ ही अपने घर परिवार की चिंताएं भी है।