दलहन की फसल बिचौलियों को बेचने मजबूर है किसान
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 20 मई 2020, जिले के किसानों द्वारा लगातार शिकायतें की जा रही है कि बिचौलियों, व्यापारियों द्वारा उनके फसलों, दलहन तिलहन फसलों को सस्ते दामों में खरीदा जा रहा है। किसान अपने जीवन यापन, दैनिक गुजर बसर करने के लिए फसलों के उपज पर ही आश्रित रहते हैं। लॉकडाउन में बंदिशों की वजह से गुजर बसर के लिए फसलों को कम दामों में ही बेचने को मजबूर हैं और उनके हितेषी होने का ढिंढोरा पीटने वाले सभी राजनीतिक दलों के जिम्मेदार नेता कोरोना की आड़ में इस महत्वपूर्ण विषय में कुछ भी करने से कहने से बच रहे हैं ।इस दिशा में जरुर कुछ आदिवासी सामाजिक संगठनों ने आवाज उठाई है लेकिन वो प्रशासन का ध्यान खींचने में नाकाफ़ी साबित हुए हैं ।
जानकारियों और शिकायतों के अनुसार किसानों को प्रति क्विंटल 500 से 1000 रूपए का नुक़सान हो रहा है, कई बार किसान ठगी का भी शिकार हो जाते हैं, जैसे नाप तौल, मात्रा और मूल्यों के जोड़ घटाव में, बिचोलियों द्वारा किसानों से लूट मची हुई है।
किसानों के नुकसान को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन भी कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया है, जिससे किसानों में प्रशासन के उदासीनता के प्रति असंतोष जताया जा रहा है,
फसलों के उचित दाम न मिल पाने की वजह से इसका सीधा नकारात्मक असर मध्यम व निम्न वर्ग के किसानों के जीवन व दैनिक गुजर बसर पर पड़ रहा है अन्नदाता की प्रशासन से यह मांग है कि वह इस पर रोक लगाने व कार्यवाही की निश्चितता जाहिर करवाना चाहता है कि प्रशासन किसानों के इस मामले को सीधे अपने संज्ञान में लाए व किसी भी शिकायत आने पर उचित कार्यवाही करें।