जिले के वेयरहाउस गोदामों में सालों से पड़ी सड़ रही दलहन
नेफेड अन्तर्गत 1233 मेंट्रिक टन मसूर,129मीट्रिक टन चना स्टाक में है
जनपथ टुडे, बेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के गोदामों में विगत वर्षो में खरीदी गई मसूर और चना पड़ा सड़ ने की कगार पर है किन्तु न तो उसे विभाग से कहीं बेचा और न ही उसका वितरण किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 1233 मीट्रिक टन मसूर और 130 मीट्रिक टन चना रखे होने की जानकारी विभाग से प्राप्त हुई है। गौरतलब है लॉक डॉउन के दौरान जिले के गरीब और ग्रामीण शासन द्वारा केवल चावल वितरण की बात कह रहे थे। सरकार द्वारा भी सार्वजनिक वितरण व्यवस्था के तहत दाल के वितरण की बात कही जा रही थी, सरकार दाल खरीदकर वितरण करने की व्यवस्था अभी नहीं कर पाई है। और बताया जाता है कि जिले में वर्षों से चना और मसूर का भंडार है जो कि जिले के किसानों से सरकार ने खरीदा था विभाग की लापरवाही के चलते जहां एक ओर ये खराब होने के कगार पर है और इसका उपयोग नहीं किया गया है दूसरी ओर जिले के गोदाम में इतना बड़ा स्टाक स्थान घेरे हुए है और सरकार द्वारा खरीदा जाने वाला गेहूं और धान ओपन केब में रखा जा रहा है वहां भी वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के उचित देख रेख न होने से ये जीन्स प्रतिवर्ष बड़ी मात्रा में खराब होती है।
इस पूरे मामले में बेयर हाउस के अधिकारियों की लापरवाही उजागर होती है। गोदाम में खराब हो रही मसूर और चने की जानकारी लेने हमारे प्रतिनिधि ने उनसे संपर्क भी किया किन्तु उन्होंने जिले से बाहर होने और फोन पर अधिक जानकारी न दे पाने की बात कही, विभाग से प्राप्त जानकारी से यह स्पष्ट है कि जिले में विभाग के गोदामों में बड़ी मात्रा में दलहन की फसल रखी हुई है।