शासकीय राशन दुकान पर खुले में रखा नमक खराब हो रहा
लोगों को खुले में पड़े दूषित नमक का किया जाता है वितरण
जनपथ टुडे, डिंडोरी, (गणेश शर्मा, गाड़ासरई) 18 जून 2020, शासन और प्रशासन जिले के गरीब और ग्रामीणजन के भरण पोषण और आवश्यक खाद्य पदार्थो की आपूर्ति के लिए बड़े प्रयास कर रही है और करोड़ों रुपए भी खर्च किए जा रहे है किन्तु दुकान के संचालकों को न तो सरकार की मंशा की परवाह है न उं लोगो की जो इन शासकीय दुकानों से वितरित होने वाली सामग्री पर अपना जीवन यापन करने मजबूर है। इन गरीबों के भरन पोषण और बेहतरी के प्रयास पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली में बरती जा रही घोर लापरवाही का उदाहरण है ग्राम पंचायत मझियाखार सोसायटी, और इसमें पदस्त सेल्समैन देवेंद्र यादव लेम्स क्रमांक 370 की कार्यप्रणाली।
राशन दुकान में मिलने वाले राशन के साथ नमक जो गरीबों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। वैसे तो राशन के साथ हितग्राहियों को नमक वितरण करने में सेल्समैन को बहुत परेशानी होती है और दुकान पर अक्सर नमक मिलता ही नहीं ऐसा ग्रामीणों का कहना है।
अभी शासन द्वारा दिया जाने वाला नमक इस सार्वजनिक वितरण प्रणाली हेतु संचालित दुकान पर उपलब्ध है किन्तु उसे खुले आसमान के नीचे रखा गया है और बरसात में यह खराब भी हो रहा है। गौरतलब है कि बरसात के मौसम में थोड़ी सी नमी पाते ही नमक खराब हो जाता है। किन्तु इसकी परवाह दुकान संचालक द्वारा नहीं की जा रही और कीड़े,मकोड़े,संक्रमण वाले स्थान पर खुले में नमक को रखा गया है, लोगो ने बताया कि लापरवाह सेल्समैन के द्वारा ये नमक एक माह से अधिक का समय हो गया इसी तरह रखे हुए और आमलोगों को ये ही नमक वितरण भी किया जा रहा है जिसका लोग उपयोग कर रहे है।
एक ओर कोरोना संक्रमण का भय व्याप्त है दूसरी ओर शासन द्वारा संचालित दुकानों पर इस तरह से लापरवाहीपूर्वक खाद्य सामग्री का भंडारण किया जाना और लोगो को वितरित किया जाना बेहद गंभीर हो सकता है। शासन द्वारा संचालित दुकानों का किराया भी लैंप्स द्वारा वहन किया जाता है किन्तु इस दुकान पर देखी जा रही लापरवाही लोगो के स्वास्थ के लिए घातक हो सकती है जिसपर खाद्य विभाग के आला अधिकारियों से सख्त कार्यवाही किए जाने की जनापेक्षा है।