बटौधा कलस्टर की बैठक में सीईओ श्रृष्टि देशमुख ने ग्राम पंचायत सचिव व रोजगार सहायकों के खिलाफ की कार्यवाही
वर्षों से मनमानी कर रही पंचायतों की नकेल कसी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 9 जुलाई 2020, प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को बटौधा में संपन्न कलस्टर बैठक के दौरान जनपद पंचायत डिंडोरी की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रृष्टि देशमुख ने ग्राम पंचायत सचिव व रोजगार सहायकों को निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने व निर्माण कार्यों से सम्बन्धित दस्तावेज उपलब्ध न कराने सहित बैठक में उपस्थित न होने पर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए वेतन काटने का भी प्रस्ताव पारित किया गया है। नोटिस का यदि तीन दिन के भीतर जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया तो अनुशासत्मक कार्यवाही संबंधितों के विरूद्ध की जावेगी।
बैठक के दौरान रामगुढा ग्राम पंचायत के सचिव वचन सिंह मार्को और रोजगार सहायक ज्ञानसिंह सरोते उपस्थित नहीं हुए, जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है साथ ही रोजगार सहायक का सात दिवस का वेतन काटने का प्रस्ताव प्रस्तावित किया गया। वहीं ग्राम पंचायत दुहनिया सचिव उदय सिंह वालरे द्वारा मनरेगा योजना की जानकारी उपलब्ध न कराने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया ग्राम पंचायत बुढ़न के रोजगार सहायक पंचम सिंह के द्वारा आवास निर्माण व रोजगार गारंटी योजना में प्रगति न होने पर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सात दिवस का वेतन काटने का प्रस्ताव भी प्रस्तावित किया गया। नेवसा ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक पर भी कार्यों में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सात दिवस का वेतन काटने का प्रस्ताव किया गया है। ग्राम पंचायत सारसताल व कुई के सचिव श्याम लाल यादव को भी नोटिस जारी किया गया है तथा सारसताल सचिव उम्मेद सिंह को भी कार्यों में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस और सात दिवस का वेतन काटने का प्रस्ताव प्रस्तावित किया गया है। बतौधा कलस्टर में 11 ग्राम पंचायते शामिल है, उक्त बैठक में सभी की समीक्षा जनपद सीईओ द्वारा की गई।
गौरतलब है कि विगत दिनों जिला सीईओ द्वारा भी एक ही दिन में जिले कि सातो जनपद पंचायतों में मनरेगा के कार्यों की समीक्षा बैठक कर सचिवों के विरूद्ध ऐसी ही कार्यवाही से जिले भर की पंचायतों और जनपद पंचायतों में हड़कंप मचा हुआ है और कल जिला कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत ने संयुक्त रूप से ग्राम पंचायतों का औचक निरीक्षण किया और निर्माण कार्यों की स्थितियों का जायजा लिया था। डिंडोरी जनपद की नवागत सीईओ श्रृष्टि देशमुख की कल की गई कार्यवाही से अब जिले की पंचायतों में हड़कंप मचा है और वर्षों से ग्राम पंचायतें मनमानी कार्यप्रणाली अपनाए हुए थे अब उनकी पोल खुल रही है वहीं कार्यवाहियों से जिले की जनता को अब कुछ सुधार की उम्मीद जरूर जागी है। डिंडोरी की तरह ही जिले की अन्य जनपदों के सीईओ भी आगे कुछ सबक लेंगे या वहां आगे भी पहले की ही तरह ढुलमुल नीति या यू कहा जाए कि पंचायतों की गड़बड़ियों और हो रहे कारनामों पर आगे भी पर्दा डाला जाता रहेगा यह सवाल आमजन की नज़रों में जरूर है।