हितग्राहियों का गेहूं बिकने पहुंचा दुकान, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पहुंचाया जेल

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जनपथ टुडे, डिंडोरी, 10 जनवरी 2021, शासकीय उचित मूल्य की दुकान से हितग्राहियों का गेहूं दुकान में बेचने की सूचना पर पुलिस द्वारा माननीय पुलिस अधीक्षक डिंडोरी के निर्देशन पर तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी शाहपुरा अखिलेश दाहिया द्वारा तत्काल टीम गठित कर मौके पर जाकर कार्रवाई करते हुए वाहन पिक अप क्रमांक MP-20-GA- 87 21 में लदा हुआ 14 बोरी गेहूं जिसका कुल वजन 702 किलो 400 ग्राम कीमत करीब ₹14000 के साथ आरोपी सत्येंद्र झारिया पिता बिहारीलाल झारिया 31 वर्ष निवासी बड़खेरा को गिरफ्तार किया गया।

 

जिससे पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि उक्त गेहूं शासकीय उचित मूल्य की दुकान बरखेड़ा के सेल्समैन हर प्रसाद झारिया पिता देवी प्रसाद झारिया 32 वर्ष निवासी करोन्दी भरद्वारा द्वारा बेचने हेतु दिया गया था।

जिस पर पुलिस ने उक्त आरोपी सेल्समैन हर प्रसाद झारिया को तलाश पता करते शाहपुरा मे मिलने पर शाहपुरा से तथा उसके द्वारा मार्केट में बेचने हेतु दिया गया गेहूं भी सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी पिकअप चालक को माल बेचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया दोनो आरोपियों के विरुद्ध थाना शाहपुरा मे अपराध क्र. 14/21 धारा 406,420,34 भा द वि एवम् आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 का कायम कर आरोपियों को मान न्यायालय शहपुरा में पेश किया गया है।

जिले में खुलेआम बिक रहा है शासकीय आनाज

जिले के गरीब ग्रामीण परेशान है और सेल्समैनों के साथ ही साथ शासकीय रासन के परिवहनकर्ताओ द्वारा अनाज दुकानों पर बेचे जाने की चर्चाएं भी है। जिसके पीछे खाद्य विभाग और नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों की भी मिली भगत उजागर होती है। शासकीय परिवहन करने वाले वाहनो में कांटा बांट होना चाहिए और दुकानों पर आनाज दुकानदारों को तौल कर दिया जाना चाहिए किन्तु वास्तव में ऐसा नहीं हो रहा है जिला प्रशासन इन वाहनों का अचानक निरीक्षण करवा कर परिवहन में की जा रही गड़बड़ियों को उजागर कर सकता है। गोदामों से भी सामग्री बिना तौले ही परिवहनकर्ताओं को दी जाती है इसकी भी जांच की जा सकती है।

वहीं नियमानुसार इन वाहनों में न तो जीपीएस सिस्टम लगाए गए है न ही शासकीय माल का परिवहन करने वाले वाहनों में विभाग की आपूर्ति में संलग्न होना अंकित है इस तरह गड़बड़ियां करने की खुली छूट दिए जाने में जिम्मेदार विभागों की सहभागिता और प्रशासन की निस्करियता उजागर होती है।



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