
खुलेआम जारी है जिले में रेत का अवैध उत्खनन
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=6Df3JWoYNOg[/embedyt]
खुलेआम जो रहा अवैध उत्खनन, माफियाओं पर नहीं अंकुश
बाढ़ में गरीब मजदूरों की जान का जोखिम
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 17 अगस्त 2020, जिले में रेत का अवैध उत्खनन खुले आम जारी है, ऊपर से माफिया खुले आम धमकी देते है लोगो को ‘जो उखाड़ना है उखाड़ लो, बताया जाता है कि मझियाखार और लिखनी घाट पर प्रतिदिन दर्जनों ट्रैक्टर ट्राली नर्मदा के घाटों से रेत निकालते है और गांव से होकर गुजरते है जिसके पूरे गांव का कच्चा रास्ता पूरी तरह जर्जर हुआ जा रहा है।
जिसके चलते गांव के लोग इस अवैध कारोबार का विरोध करते है। रेत माफिया गांव के लोगो को खुली धमकी देते है और रोज दर्जनों ट्रैक्टर रेत से भर कर यहां से निकलते है, गांव वाले इस अवैध खनन की जानकारी खनिज विभाग को देते है फिर भी न तो खनिज विभाग कोई कार्यवाही करता है न ही पुलिस द्वारा किसी तरह की रोक लगाई जा रही है।
आज बाढ़ के बाद भी नर्मदा में दर्जनों ट्रैक्टर और आधा सैकड़ा मजदूर पानी के भीतर से रेत निकालने पहुंचे जिसके बाद गांव के लोगो का कहना है कि उन्होंने खनिज विभाग को फोन पर जानकारी दी किंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई। गांव वालो का आरोप है कि खनिज विभाग और पुलिस का खुला संरक्षण इन माफियाओं को मिल रहा है, बाढ़ की स्थिति में भी गरीब मजदूरों से काम करवाया जाता है और दुर्घटना होने पर भी वाहन मालिकों को पैसे के दम पर बचा दिया जाता है।
जिला प्रशासन को इन अवैध रेत खदानों और दिन रात रेत की चोरी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर इन खदानों से रेत की निकासी बंद करवाना चाहिए, गांव का रास्ता बर्बाद हो रहा है लोगो को आने जाने में परेशानी होती है साथ ही अक्सर विवाद की स्थितियां और दुर्घटनाए होती रहती है। किसी दिन ग्रामवासियों और इन माफियाओं के बीच बड़ा विवाद हो सकता है स्थितियों को ध्यान में रखते हुए शीघ् बड़ी कार्यवाही कर यहां से रेत चोरी करने और राजस्व की क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जावे।
आज इस संबंध में जानकारी गांव वालों के अनुसार खनिज विभाग को फोन पर दी गई पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस संबंध में पुलिस थाने में कोई जप्ती नहीं हुई है, खनिज विभाग के अधिकारियों ने चर्चा करने के लिए कई बार फोन लगाया किन्तु किसी ने भी फोन रिसीव नहीं किया।