
न राशन मिला और न मिला जमीन का पट्टा
मंहगा न्याय और भूखे पेट लिए लगा रहा गुहार
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 24 मार्च 2021, तहसील मुख्यालय बजाग अंतर्गत ग्राम पंचायत आमाडोंगरी केरीटोला में एक ऐसा परिवार रहता है जिसकी आर्थिक स्थिति का मज़ाक प्रशासन भी उड़ा रहा है। ग्राम केरीटोला निवासी पप्पू पिता पनकू जाति पारधी यहां का मूल निवासी हैं, यहां कई पीढ़ियों से निवासरत है जिसके नाम जमीन तो है पर उस नामी जमीन का अधिग्रहण लगातार शासन और पड़ोसियों के द्वारा किया जा रहा है। मुखिया पनकू के परिवार में 11 सदस्य हैं जिनमें जीवनयापन करने का बोझ लगातार बढ़ रहा है जिसका ग़रीबी रेखा में नाम तो है पर विकलांग पेंशन के अलावा और कुछ नहीं मिलता, राशन कार्ड और राशन पर्ची होने के बाद भी सिर्फ दिखावा है और चार पांच महीने से खाद्यान्न, राशन नहीं मिल रहा है।
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परिवार के सदस्य और सबसे बड़े बेटे के कंधे पर पूरे लोगों के जीवकोपार्जन की जिम्मेदारी है। इस तरह एक इंसान यदि सिस्टम से लड़ रहा हो तो सभी लोग उसका मजाक ही बनाते हैं पड़ोसियों के द्वारा उसकी ज़मीन पर कब्जा किया जा रहा हैं। इतना ही नहीं कुछ जमीन पर तो शासकीय स्कूल भी बनाया जा रहा है पीड़ित के द्वारा आरोप लगाया गया है कि वह अपना जीवन यापन छेंदी के झाड़ू बनाकर और बेंचकर कर रहा है। अपने अधिकार पाने लड़ने के लिए परेशान पीड़ित के अपना पेट भरने के लाले पड़ जाने से कोर्ट कचहरी का खर्चा करना उसके बस का नहीं है। थाना में जाने पर पीड़ित को डांट कर भगाया जा रहा है।
वह तहसील कार्यालय और उसके सिस्टम के खिलाफ लडने का विचार नहीं कर सकता क्योंकि उसमें इस कार्यवाही का खर्चा उठाने का दम नहीं है। मंहगा न्याय और भूखा पेट इंसाफ की गुहार लगाना भी गुनाह बन गया है।