
जिला जेल में बंदियों के बीच मारपीट, 1 घायल
मामले की लीपापोती में जेल प्रबंधन
जनपथ टुडे डिंडोरी 15 जुलाई 2021 जिला जेल में 2 कैदियों के बीच मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। विवाद की वजह कारागार के अंदर वर्चस्व की लड़ाई मानी जा रही है। मामला 4 दिन पुराना होने के बाद भी जेल प्रबंधन ने पुलिस में प्राथमिकी दर्ज नहीं करवाई है।जेल प्रबंधन की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि घायल कैदी का उपचार जिला अस्पताल में करवाने के बाबजूद डॉक्टरी मुलाहजा (MLC) नहीं करवाया गया और घायल की तरफ से थाना में शिकायत भी जेल प्रबंधन ने नही करवाई है। इसके इतर जेल प्रशासन ने पुलिस को मात्र सूचना देकर इतिश्री कर ली है। जिसके बाद मामले को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले दिनों नारकोटिक्स के मामले में सजा काट रहे राजेश पाल पिता आनंद पाल और हत्या के मामले में विचाराधीन कैदी महेंद्र पिता रज्जू सेन निवासी शहपुरा नामक कैदी जेल के अंदर अपना रुतबा दिखाने के चक्कर में भिड़ गए थे। दोनों के बीच हाथापाई और मारपीट में महेंद्र के हाथ की उंगली में फैक्चर हो गया था। चार दिनों तक घायल बंदी का ईलाज जेल में ही चलता रहा। लेकिन महेंद्र की हालत बिगड़ने के बाद उसे जिला अस्पताल में इलाज और एक्स-रे के लिए लाया गया, तब मामला उजागर हो गया। सरकारी अस्पताल में भी जेलर लव सिंह कतिया ने चोटिल महेंद्र की MLC नही करवाई और मारपीट में चोट होने की बात छुपा ली। इतना ही नही पीड़ित की तरफ से पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाने में रुचि नहीं ली गई। जो जेल मैनुअल के विपरीत है।
मामला मचने के बाद जेलर ने थाना में मामले की सूचना देकर कार्यवाही का आग्रह किया, लेकिन FIR के लिये जरूरी घायल की चिकित्सीय परीक्षण रिपोर्ट और शिकायत आवेदन के अभाव में पुलिस ने जेल प्रबंधन का आवेदन बापस भेज दिया है। अब जेलर लव सिंह मारपीट की बात को नकार रहे हैं। लेकिन जेल की चारदीवार में कैदी की उंगली कैसे टूटी इसको जबाब नही दे पा रहे हैं।