
नर्सिंग स्टाफ बेमियादी हड़ताल पर, स्वास्थ्य सेवा लड़खड़ाई
लंबित मांगो को लेकर लामबंद है नर्से
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 30 जून 2021, कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच नर्सिंग स्टाफ बुधवार से बेमियादी हड़ताल पर अड़ गया है। नर्सेस एसोसिएशन के बैनर तले संविदा नर्सो ने 10 सूत्रीय लंबित मांगों को जल्दी पूरा करने और सरकार पर भेदभाव के आरोप लगा नर्सिंग अमले ने अस्पताल गेट पर जमकर नारेबाजी की है।
स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ के हड्डी समझे जाने वाले नर्सिंग स्टाफ के हड़ताल पर जाने से सरकारी अस्पतालों में HEALTH SERVICES पर बुरा असर पड़ रहा है। यहाँ व्यवस्था लड़खड़ाने का खतरा भी बन गया है। हालांकि नर्सेस ने हड़ताल पर जाने के पूर्व सोमवार को सामूहिक अवकाश लेकर सरकार को चेतावनी भी दी थी। बाबजूद इसके लंबित मांग पूरी नही होने की दशा में नर्सिंग स्टाफ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। हक की लड़ाई पर सरकार से नाराज नर्सेस की मांगों में उच्च स्तरीय वेतनमान,पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू की करने, पदोन्नति, समान कार्य समान वेतन, कोरोना काल में शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देन और राष्ट्रीय कोरोना योद्धा अवार्ड से नर्सों को सम्मानित करते हुए अग्रिम दो वेतन वृद्धि का लाभ उनकी सैलरी में शामिल करने,2018 के भर्ती नियमों में संशोधन करते हुए 70 फीसदी , 80 फीसदी और 90 फीसदी का नियम हटाया जाने एवं प्रतिनियुक्ति समाप्त कर स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू करने, सरकारी कॉलेजों में सेवारत रहते हुए नर्सेस को उच्च शिक्षा हेतु आयु बंधन हटाये जाने, एवं समान अवसर दिये जाने,कोरोना काल में अस्थाई रूप से भर्ती कि गई नर्सेस को नियमित करने, रात्रिकालीन भत्ता जारी करने की मांगे शामिल हैं।