
माननीय के माल पर मूसो की मार
नीरज श्रीवास्तव
चूहे कुतर गये करोड़ो के नोट :पुच्छल तारा
इलाके की गरीब जनता जनार्दन के चुने हुए एक माननीय की गंदी कमाई पर चूहों ने सेंधमारी को अंजाम दे दिया है, जिसकी चर्चा रिस रिस कर निकल रही है, इसकी सच्चाई की तहकीकात में लोग लगे भी है। बताते है कि स्थिति यह है कि मूसा मंडली की इस करतूत की भनक लगते ही नेता जी के होश उड़ गये। चूहों की दावत हजारों – लाखों में भी होती तो यह राजनीति के अंगद बिना चू चा के हजम भी कर जाते। पर साहब आंकड़ा करोडों का होने से नेता जी के होश फाख्ता हो चुके हैं। बात बात में नियम और सिद्धांत की दुहाई देने और अनशन में माहिर इन नेता जी के सामने यह भी समस्या है कि चूहों की कतरन से शेष बचे नोटों के टुकड़ों या इस जूठन का क्या अब करे क्या?
लिहाजा भागते भूत की लंगोट लूट की तर्ज़ पर नेताजी ने बैंक की शरण ली और चूहों की इस जूठन के बदले साबूत गड्डियों की ख्वाहिश पेश कर दी। लेकिन आंकडा करोंड़ो में सुन बैंक के अफसरों के पैरों तले भी जमीन गायब हो गई और फिलहाल उनने भी हाथ उठा दिए है फिर भी माननीय किसी और जतन कि तलाश में लगे है। कुल मिलाकर अब बडी मुसीबत हो गई है कि एक तो बड़े जतन से नोटों को सहेजकर रखे हुये थे, कि अचानक चूहों को काली कमाई की दुर्गंध लग ही गई। मजेदार यह है कि यह इंसान की करतूत हो, तो उसे सजा दी जा सकती है। पूरा मसला कुछ यूं हो गया कि हाथ तो लगा पर मुंह को न आया। अब पकड़ते रहो सांप।।