
प्राकृतिक खेती पर कृषि सखियों का पाँच दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित
जनपथ टुडे डिंडोरी 26 सितंबर।
मृदा एवं मानव स्वास्थ्य संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
विज्ञान केन्द्र डिंडोरी के स्वामी विवेकानंद सभागार में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के अंतर्गत कृषि सखियों के पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह प्रशिक्षण 25 से 29 सितम्बर तक चलेगा। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में आत्मा उप परियोजना संचालक कृषि आधार सिंह उइके तथा जिला परियोजना अधिकारी जेठू सिंह पट्टा उपस्थित रहे। वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. पी.एल. अंबुलकर, उपसंचालक कृषि सुश्री अभिलाषा चौरसिया एवं परियोजना संचालक आत्मा डॉ. नेहा धूरिया के मार्गदर्शन में आयोजित इस प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में डॉ. गीता सिंह, अवधेश कुमार पटेल, श्रीमती रेनू पाठक, कुमारी श्वेता मसराम एवं डॉ. मनीषा श्याम शामिल हुए।
स्वागत उद्बोधन में डॉ. गीता सिंह ने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को मिशन रूप में संचालित किया जा रहा है और इसमें कृषि सखियाँ गाँव-गाँव में प्रचार-प्रसार और जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाएँगी। उन्होंने प्राकृतिक खेती के आधार स्तंभ—बीजामृत, जीवामृत, वाफसा, आच्छादन, मिश्रित फसल प्रणाली, तथा फसल सुरक्षा हेतु नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, अग्न्यास्त्र और दशपर्णी अर्क की महत्ता पर प्रकाश डाला।
कृषि सखियाँ प्राकृतिक खेती मिशन के क्रियान्वयन की रीढ़ साबित होंगी
मुख्य अतिथि आधार सिंह उइके ने कहा कि क्लस्टर स्तर पर कृषि सखियाँ प्राकृतिक खेती मिशन के क्रियान्वयन की रीढ़ साबित होंगी। अवधेश पटेल ने प्राकृतिक खेती के सिद्धांतों और घटकों की विस्तार से जानकारी दी। श्रीमती रेनू पाठक ने कृषि में सूचना एवं संचार तकनीक के उपयोग को रेखांकित किया, श्वेता मसराम ने प्राकृतिक खेती की आवश्यकता और चुनौतियों पर अपने विचार रखे। इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न विकासखंडों से चयनित 50 कृषि सखियों को व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक जानकारी दी जाएगी, ताकि वे गाँवों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर किसानों की आय में वृद्धि एवं मृदा-मानव स्वास्थ्य की रक्षा में योगदान दे सकें।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती आरती चौरसिया ने किया तथा आभार प्रदर्शन श्रीमती रुचि टेकाम ने किया। इस अवसर पर आत्मा से संतोष उइके, अशोक कुमार कोरी, डॉ. मनीषा श्याम सहित कृषि विज्ञान केंद्र का पूरा स्टाफ उपस्थित रहा।
प्रकाश मिश्रा की रिपोर्ट