
आश्वासन के बाद भी किसानों को नहीं मिल पा रहा पानी, फसलों पर मंडराता संकट
देव सिंह भारती :-
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 9 दिसंबर 2020, अमरपुर जनपद मुख्यालय के करीब खरमेर नदी में भाखा बांध विगत 8 वर्ष पूर्व निर्मित हो चुका है और बांध में पानी भी पूर्ण रूप से लबालब भरा हुआ हैं, किंतु नहर फिर भी सूखी पड़ी हुई हैं। कारण कि नहरो का निर्माण कार्य गैर जिम्मेदाराना ढंग से किया गया और अब बार बार ये नहरे अनेकों जगह से टूट और फूट जाती हैं। नहरे इतनी अधिक क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं कि इसको तुरंत सुधारा जाना असंभव हो रहा हैं।

जहां जल संसाधन विभाग जुगाड़ तकनीकी का इस्तेमाल कर पानी आगे बढ़ाने के प्रयास में लगा हुआ हैं टूटी फूटी नहर में लकड़ी लगा कर पतले पतले पीवीसी पाइप से पानी को पार कराए जाने के प्रयास किए जा रहा हैं उससे काम बनता नहीं दिख रहा है।
क्षेत्र में सिंचाई सुविधा को सुचारू रूप से चालू करने विगत 1 सप्ताह से किसानों को आश्वासन दिया जा रहा हैं, कि बस एक-दो दिनों में पूरी नहर में पानी पहुंच जाएगा किन्तु समय बीतने के बाद भी किसानों को पानी नहीं मिल रहा हैं। जिससे किसानों में भारी आक्रोश देखा जा रहा हैं। किसान ऐसे भी दिल्ली सीमा में आंदोलनरत हैं। जिले में सिंचाई विभाग का रवैया यदि इसी तरह लापरवाही भरा रहा तो यहां भी किसान पानी के लिए आंदोलन करने का मन बना रहे हैं। कारण कि सभी किसान बोनी करने एवं बोनी कर सिंचाई के लिए नहर में पानी पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं। अगर शीघ्र व्यवस्था नहीं बनी तो वह दिन दूर नहीं की किसान सड़कों और उतर आए। क्षेत्र के किसान भी आंदोलन पर उतर सकते हैं। किसानों का कहना हैं कि इस तरह की तथाकथित व्यवस्था से कब तक काम चलेगा। शीघ्र व्यवस्था की जाना और किसानों के हित में सिंचाई विभाग को काम करना चाहिए।
जिला प्रशासन से किसानों की मांग है कि प्रशासन अपने स्तर से सिंचाई विभाग द्वारा अपनाई जा रही जुगाड़ू तकनीक और किसानों की स्थिति का मुआयना करवा कर शीघ् विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को समय पर व्यवस्था दुरुस्त करने निर्देशित करे लापरवाह अमले के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जावे समय रहते विभाग पर कार्यवाही नहीं की गई और नहरों में पानी नहीं पहुंचा तो किसानों की फसल भारी संकट में पड़ सकती है इस पर गंभीरता से निर्णय लिया जावे।
इनका कहना हैं :-
” मैं अभी भोपाल में हूं उपयंत्री को भेज कर दिखावा देता हूं और जहां नहर टूटी हैं वहां रिपेयरिंग कर दी जाएगी और जल्द से जल्द पानी पहुंचाने का प्रयास करेंगे।“
कार्यपालन यंत्री
जल संसाधन विभाग,
डिंडोरी