पीएम आवास के हितग्राहियों को मनरेगा से 95 दिवस के तत्काल मस्टररोल करें जारी: सीईओं जिला पंचायत
अविनाश टाडिया:-
साप्ताहिक समीक्षा बैंठक में दिये निर्देश
सीएम हेल्पलाइन शिकायतों पर संतोषजनक कार्यवाही न करने पर सीईओ जनपद के विरूद्ध होगी कार्यवाही
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 08 अक्टूबर 2020। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अरूण कुमार विश्वकर्मा ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के हितग्राहियों को तत्काल मनरेगा योजना से 95 दिवस की मजदूरी के मस्टररोल जारी करने के निर्देश दिये है। निर्माण कार्यो में जारी किये गये मस्टररोलों को शून्य की उपस्थिति दर्ज कर फीड न किये जायें। वित्तीय वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 के अपूर्ण कार्यो को प्राथमिकता से पूर्ण कराते हुये एमआईएस में पूर्णता दर्ज की जायें। उन्होने उक्त निर्देश जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित निर्माण कार्यो की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दिये। बैठक में जिला पंचायत के अति. कार्यक्रम अधिकारी श्री पी.आर.टांडिया, ग्रामीण यांत्रिकी यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री श्री डी.एस.बघेल, जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी मनरेगा, आवास, स्वच्छ भारत मिशन, सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी,सहायक यंत्री एवं अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहें।
उन्होने सभी जनपद पंचायत के मुख्या कार्यपालन अधिकारियों एवं सहायक यंत्रियों एवं अति. कार्यक्रम अधिकारियों को गरीब कल्याण रोजगार अभियान में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से चिंहित किये गये खेत तालाब, केटल शेड, वर्मी कम्पो स्टं, नाडेप टांका, पोल्ट्री शेड एवं गोट शेड के न्यू एवं एप्रूव केटेगिरी में प्रदर्शित हो रहे सभी कार्यो में मस्टररोल जारी कर लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिये गये।
श्री विश्वकर्मा ने समीक्षा के दौरान जनपद पंचायत अमरपुर, करंजिया के सहायक यंत्री, अति. कार्यक्रम अधिकारी को लेबर इंग्जेंमेंट में कम प्रगति होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिये।
उन्होंने सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं सहायक यंत्रियों को निर्देशित करते हुये कहा कि स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा एवं 15वें वित्त् अभिसरण की राशि से स्वीकृत किये गये स्वच्छता परिसरों को समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराये जायें।
श्री विश्वकर्मा ने सभी जनपद पंचायतों के मुख्यं कार्यपालन अधिकारियों पर बढती हुई सीएम हेल्पलाईन पर नाराजगी व्यक्तं करते हुये निर्देशित किया गया कि सीएम हेल्पलाईन में प्राप्त होने वाली शिकायतों को अधिक से अधिक संतुष्टिपूर्वक बंद कराये, कोई भी शिकायत बिना अटेंड किये हुये उच्च स्तर पर न आयें, शिकायतों के उत्तर में भविष्यात्मक जबाव दर्ज न किये जायें। समीक्षा करने पर यदि शिकायतें बिना अटेंड किये उच्च स्तर पर प्राप्त होती है एवं शिकायतों में भविष्यात्मक जबाव दर्ज किये जाते है, तो संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।