महिला बाल विकास विभाग में भ्रष्टाचार और कर्मचारियों को प्रताड़ित किए जाने के खिलाफ कर्मचारी हुए लामबंद

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जिला कलेक्ट्रेट में पहुंच कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सुपरवाइजर ने सौंपा ज्ञापन

जनसामान्य भी भ्रष्टाचार के खिलाफ कर्मचारियों के समर्थन में उतरा, चक्काजाम व आंदोलन की चेतावनी

जनपथ टुडे, डिण्डोरी 21 जनवरी 2021, आज जिला कलेक्ट्रेट में बड़ी संख्या में महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यकर्ता एवं सुपरवाइजर अपना ज्ञापन देने पहुंचे उनके समर्थन में समनापुर क्षेत्र के गणमान्य नागरिक व कुछ जनप्रतिनिधि भी थे। विगत दिनों से जिले में गरमाया महिला एवं बाल विकास विभाग के भ्रष्टाचार का मामला अब और अधिक गरमाता जा रहा है।

 

समनापुर परियोजना में पदस्थ अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा कार्यकर्ताओं को विभिन्न योजनाओं की आवंटित राशि वसूलने का दबाव सुपरवाइजर को दिया जा रहा था। जिसके वाट्स‌अप मैसेज व वीडियो वायरल होने तथा समाचार सार्वजनिक होने के बाद महिला बाल विकास विभाग के आला अधिकारियों द्वारा मामले को दबाने के प्रयास करते हुए पिछले दिनों मामले का खुलासा करने वाली सुपरवाइजर पर “थर्ड डिग्री” प्रभाव बनाने का प्रयास किया गया। जिसके बाद एक सुपरवाइजर स्वप्निल पुरी को बेहोशी की हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।

इसके बाद समनापुर क्षेत्र के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं,
सहायिकाओ व सुपरवाइजरो के साथ-साथ आम नागरिकों व जनप्रतिनिधियों में भी अधिक रोष व्याप्त है और आज इसी क्रम में विभाग के कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों ने एक ज्ञापन एसडीएम श्री महेश मंडलोई को सौंपाते हुए मामले की जांच करवा कर कठोर कार्यवाही की मांग की है।

कार्यकर्ताओं एवं आमजन ने समनापुर में पदस्थ परियोजना अधिकारी श्रीमती खिल्ली बाई नेटी के यहां 10 वर्षों से पदस्थ होने व मनमानी करने, कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की भर्ती में रिश्वत लेने सहित कई आरोप लगाते हुए विगत दिनों हुए भ्रष्टाचार के मामले में उनके खिलाफ विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्यवाही न किए जाने व मामले को दबाने के लिए कर्मचारियों को प्रताड़ित किए जाने के प्रकरण की जांच कर दोषी व भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की गई वही 25 जनवरी तक कार्यवाही न होने की दशा में लोगों ने चक्का जाम व प्रदर्शन की भी चेतावनी दी है।

जिले भर की पर्यवेक्षक हुए लामबंद

आज अमरपुर, गोपालपुर, कठौतिया, करंजिया, गोरखपुर डोमी आदि में पदस्थ महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक, पर्यवेक्षक संघ के बैनर तले जिला कलेक्ट्रेट पहुंची और उन्होंने तहसीलदार विसन सिंह ठाकुर को ज्ञापन सौंपते हुए न्यायपूर्ण कार्यवाही शीघ्र न होने की दशा में जिला स्तर पर अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल की चेतावनी दी।




पर्वेक्षको ने कई आरोपों में विभाग को घेरा

विभाग की पर्यवेक्षकों का आरोप है कि जिला कार्यक्रम अधिकारी मंजू लता सिंह व सहायक संचालक उदयवती तेकाम द्वारा पर्यवेक्षकों पर कार्यवाही की बात कहकर राशि वसूली हेतु मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। प्रताड़ित किए जाने व जिला कार्यालय में व्याप्त भर्रा शाही, रिश्वतखोरी का खुलासा करते हुए उन्होंने विगत दिनों के घटनाक्रम में पर्यवेक्षक को प्रताड़ित किए जाने के मामले पर भी कार्यवाही की मांग की है और समनापुर परियोजना अधिकारी के विरूद्ध जांच व कार्यवाही नहीं किए जाने की भी जांच की मांग की गई है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी मौन

गौरतलब है कि विगत कई दिनों से महिला एवं बाल विकास परियोजना समनापुर में पदस्थ अधिकारी श्रीमती  नेटी पर विभाग की पर्यवेक्षको ने दबाव देकर योजना की राशि कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं से वसूल कर के देने के मामले का खुलासा करते हुए मामले की शिकायत जिला अधिकारियों से भी की थी जिस पर अब तक आरोपी अधिकारी के खिलाफ न तो जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कोई जांच करवाई ना ही कोई कार्यवाही की गई बल्कि उल्टा पिछले दिनों शिकायत करने वाली पर्यवेक्षकों को जांच के नाम पर जिला कार्यालय बुलाकर स्वप्निल पुरी व सोनल सैयाम का प्रताड़ित किये जाने का भी खुलासा हुआ था। इस पूरे मामले में हमारे प्रतिनिधि जब जिला कार्यक्रम अधिकारी मंजू लता सिंह से पूरे मामले की सच्चाई और की गई कार्यवाही की जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने पूरी तरह मौन साधते हुए मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया। महिला एवं बाल विकास विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा कर विभाग के ही कर्मचारी सड़कों पर उतरने की चेतावनी दे रहे है मीडिया में खबर और सोशल मीडिया पर मामले को लेकर खुलासे हो रहे है विभाग की छवि खराब हो रही है तब भी जिला परियोजना अधिकारी मौन बैठी है न कोई कार्यवाही करती दिख रही है न ही कोई जवाब दे रही है जिसको लेकर तरह तरह की चर्चाएं भी व्याप्त है।

जिला अधिकारियों ने नहीं की कोई कार्यवाही

जिला कार्यक्रम अधिकारी व सहायक संचालक द्वारा अब तक कोई भी कार्यवाही न किए जाने तथा मामले पर चुप्पी साध लेने से इस पूरे मामले में उनकी भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। वही विगत दिनों प्रताड़ित होकर अस्पताल पहुंची पर्यवेक्षक स्वप्निल पुरी ने सीधे तौर पर विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाए थे  और आज भी उनके खिलाफ लामबंद कार्यकर्ताओं ने पूरे मामले में अधिकारियों संरक्षण बताया है

पिछले एक पखवाड़े से भ्रष्टाचार पर मचे बवाल पर अब तक जिला प्रशासन द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है जबकि मामले में खुलकर भ्रष्टाचार व्याप्त होने का खुलासा हो रहा है और विभाग का ही अमला जांच व कार्यवाही की मांग लेकर ज्ञापन दे रहा है और आगे हड़ताल व विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दे रहा है।


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