
अध्यापक नहीं बाबू से वसूली होनी चाहिए कर्मचारी संघ
जनपथ टुडे भोपाल 14 फरवरी 2021 मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश के हजारों अध्यापकों के छठवें वेतनमान के गलत निर्धारण किया गया है शासन द्वारा एक बार में स्पष्ट आदेश ना करते हुए बार-बार त्रुटिपूर्ण आदेश और आधी अधूरी टेबल जारी की गई जिसके कारण रिकवरी की स्थिति निर्मित हो रही है। गलत वेतन निर्धारण होने से अध्यापकों की हजारों रुपए की रिकवरी की जा रही है कार्यालय के बाबुओं और अधिकारी द्वारा की गई गलती का खामियाजा अध्यापकों से वसूलने का निर्णय अनुचित है।
अध्यापक कोरोना संक्रमण के दौरान मोहल्ला क्लास, अनाज वितरण, दाल तेल वितरण, टोल नाकों पर तैनात, वी ई आर सर्वे जैसे सभी आवश्यक कार्य ईमानदारी से कर रहे हैं। छठवें वेतनमान के गलत निर्धारण से हो रही रिकवरी से अध्यापकों में शासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है अगर रिकवरी करना है तो गलत वेतन निर्धारण करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों से रिकवरी की जाना चाहिए।
संघ के अटल उपाध्याय, शहजाद द्विवेदी, रजनीश पांडे, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पांडे, अजय दुबे, सतीश उपाध्याय, मुन्ना लाल पटेल, आशुतोष तिवारी, मिर्जा मनसूर, बलराम नामदेव, प्रकाश आदि ने मुख्यमंत्री को अध्यापकों से की जा रही रिकवरी पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है अन्यथा संघ धरना प्रदर्शन कर विरोध करने के लिए बाध्य होगा।