तहसीलदार के स्थगन आदेश के बाद भी खुलेआम किया जा रहा अतिक्रमण

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अतिक्रमणकारियों की प्रशासन को खुली चुनौती

सरपंच और सचिव के बयानों में विरोधाभास

पटवारी के रोकने पर भी नहीं माने अतिक्रमणकारी

 

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 11 जुलाई 2021, जिले में अतिक्रमण पूरे पर सबाब पर है। कहीं कोटवार पैसा लेकर शासकीय भूमि लिखा पढ़ी करके बेच रहा है तो कहीं ग्राम पंचायत इसके बाद भी प्रशासनिक व्यवस्था इन नियम विरूद्ध निर्माण कार्यों और अवैध अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कोई खास कार्यवाही नहीं कर पा रहा है।

ताजा मामला समनापुर का है जहां आज रविवार अवकाश का लाभ उठाते हुए तहसीलदार के द्वारा जारी स्थगन आदेश के खिलाफ समनापुर कपड़ा बाजार में दुकानदारों द्वारा पक्का निर्माण किया गया। जहां लोगों की शिकायत पर नायाब तहसीलदार गिरीश धुलेकर ने मौके पर पटवारी को भेजा तब उनके सामने भी लोग निर्माण कार्य करते रहे और राजस्व अमले कि किसी ने एक न मानी। रविवार को नायाब तहसीलदार मुख्यालय में उपस्थित नहीं होने का लाभ उठाया गया वहीं तहसीलदार द्वारा स्थगन आदेश के खिलाफ किए जा रहे अवैध निर्माण को रोकने लोगों ने पुलिस सी भी चर्चा की किन्तु पुलिस भी बिना किसी आदेश के कार्यवाही करने तैयार नहीं थी। कुल मिला कर खुलेतौर पर शासकीय भूमि पर मनमाना अतिक्रमण कपड़ा बाजार में दुकानदारों किया जाता रहा और आमलोगों के विरोध के बाद भी जिले कि प्रशासनिक व्यवस्था कुछ नहीं कर पाई हुआ वहीं जी अवैध अतिक्रमण करने वालो ने चाहा। इस तरह के कार्य जिला प्रशासन को माफियाओं की खुली चुनौती है। जिस भूमि पर निर्माण किए जाने को लेकर तहसील न्यायालय का स्थगन आदेश हो वहां अवमानना किया जाना अतिक्रमण करने वालों के हौसले और प्रशासन की अक्षमता का उदाहरण है।

स्थानीय लोग इस पूरे मामले में सचिव और सरपंच के मनमाने निर्णय को जिम्मेदार ठहरा रहे है वहीं इस मामले में सरपंच और सचिव दोनों अलग अलग बातें कह रहे है। पंचायत सचिव ज्ञान सिंह ठाकुर का कहना है की मार्केट में बनी ग्राम पंचायत की दुकानों के पीछे लोग गंदगी करते है और उनकी पीछे की दीवारें जर्जर हो चुकी है जिनके सुधार करने और दुकानों को बढ़ाने का प्रस्ताव पास कर पंचायत ने लोगों को अनुमति दे दी है, और दुकानदार निर्माण कर रहे है। वहीं सरपंच का कहना है कि पहले दुकानदारों को अनुमति दी गई थी किन्तु फिर वहां स्वक्षता परिसर का निर्माण होने के बाद गंदगी होना रुक गई है। किन्तु दुकानदार मनमानी कर अतिक्रमण कर दुकानों को बढ़ा रहे है। जिसकी सूचना भी राजस्व अमले को दे दी गई है।

” उक्त भूमि पर निर्माण को लेकर स्थगन आदेश जारी किया गया है। फिर भी यदि निर्माण कार्य किया जा रहा है, ऐसे लोगों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जावेगी।

गिरीश धुलेकर,
नायब तहसीलदार, समनापुर

ग्राम के लोगों ने बताया कि सौंदर्यरीकरण एवं पार्क के लिए ग्रामीणों द्वारा चयनित स्थान पर पूर्व में वृक्षारोपण भी किया गया था किन्तु सरपंच सचिव द्वारा अवैध कब्जा करने की खुली छूट दे दी गई है वहीं राजस्व विभाग भी मौन की मुद्रा में है, जिसके चलते स्थगन आदेश के बाद भी खुलेआम दुकानदार पक्का निर्माण कर रहे है।

आज के घटनाक्रम की जानकारी देते हुए लोगों ने बताया कि पटवारी के रोक लगाने के बाद भी कपड़ा मार्केट के पीछे अवैध कब्जा करने वाले लोग मान रहे हैं। पटवारी के स्थल पर पहुंचने पर काम बंद कर देते हैं और पटवारी के वहा से चले जाने के बाद काम फिर चालू कर दिया जाता है।

समनापुर में करोड़ों की शासकीय भूमि निगल चुके है दबंग

समनापुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में राजस्व विभाग की अनदेखी या लचर व्यवस्था के चलते नगर में करोड़ों रुपए की शासकीय भूमि नगर के दबंग कारोबारी, व्यापारी और राजनैतिक रसूखदार लोग हड़प चुके है और इन भूमियों पर कीमती इमारतें खड़ी है। बताया जाता है कि पोस्टऑफिस एक भूमि भवन सहित गायब है। मंडला मुख्यमार्ग पर ही कई भू खंडो पर लोगों द्वारा अतिक्रमण कर कई वर्षों से उसका निजी उपयोग किया जा रहा है। जिला प्रशासन यदि समनापुर ने शासकीय भूमि पर किए गए अवैध निर्माणों की जांच करवा ले तो करोड़ों रुपए की भूमि माफियाओं से मुक्त हो सकती है।

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