ऑपरेशन मुस्कान के तहत 20 लापता बच्चों को पुलिस ने पहुंचाया घर
परिजनों के चेहरों पर लौटी खुशी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 7 अगस्त 2021, अपहरण और मानव तस्करी के शिकार बालक बालिकाओं खोजने की कवायद के तहत पुलिस महकमा द्वारा 15 जुलाई से जारी ऑपरेशन मुस्कान के सार्थक परिणाम नजर आने लगे हैं। शनिवार तक जिला पुलिस बल को लगभग 20 लापता बच्चों को घर वापस लाने में सफलता हाथ लगी है। इन सभी नाबालिकों के अपहरण और गुमशुदगी के मामले थानों में दर्ज थे। जिसके मद्देनजर अभियान के तहत गठित की गई टीम ने प्रदेश के साथ अन्य राज्यों में बच्चों को सुराग मिलने पर दस्तक दी और अभियान को सफल बनाया। मध्यप्रदेश के जिलों के अलावा केरल, महाराष्ट्र, हैदराबाद, गोवा से बच्चों को वापस लाकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।
ऑपरेशन मुस्कान में कोतवाली थाना प्रभारी CK सिरामे की टीम जिले में अव्वल रही है।पुलिस कप्तान संजय सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार लाल के दिशा निर्देश पर शहपुरा थाना में तीन, शाहपुर में दो, डिंडौरी में पांच, समनापुर में तीन, गाड़ासरई में तीन, बजाग में तीन, करंजिया में एक लापता बच्चे को बापस लाकर परिजनों को सौंपा गया है। इस बार पुलिस बच्चों के घर छोड़ने के कारणों की भी खोज कर रही है। जिसमे पारिवारिक विवाद, संवेदनहीनता, गरीबी,अशिक्षा, रोजगार की कमी जैसे मामले सामने आये हैं। इनसे शिकार बच्चों के पुनर्वास हेतु पुलिस रोजगार और जागरूकता कैम्प, संरक्षण और आत्म रक्षा की ट्रेनिंग देने कार्ययोजना बना रही है।
पिता के डांटने पर छोड़ा घर…..
कोतवाली पुलिस द्वारा हाल ही में दस्तयाब की गई 16 वर्षीय बालिका पिता के डांटने से नाराज होकर घर से चली गई थी। 23 जून से लापता बालिका को पुलिस द्वारा देवास से वापस लाया गया है।बताया गया कि जानकारी मिलने पुलिस ने पीथमपुर, उज्जैन और देवास जिला में लगभग तीन दिन तक बालिका की खोजबीन की थी और सफलता पाई थी।
पढ़ना चाहती थी,घर मे था शादी का दबाब…..
कोतवाली में दर्ज 17 साल की बालिका के लापता होने के कारणों को जानने के दौरान मालूम हुआ कि माता पिता उसकी शादी करना चाहते थे, लेकिन बालिका आगे की पढ़ाई चाहती थी।जिससे नाराज होकर बालिका घर से लापता हो गई थी। कोतवाली प्रभारी CK सिरामे, महिला SI विधि पांडेय, ASI सुधीर पटेल की टीम ने बालिका को मंडीदीप से वापस लाने में सफलता पाई है।