नक्सल प्रभावित ग्रामों के निर्माण एवं विकास कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से करें

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जिला कलेक्टर ने नक्सल प्रभावित ग्रामों के निमार्ण एवं विकास कार्याें की समीक्षा बैठक ली 

 

जनपथ टुडे, डिंडौरी, 10 सितम्बर 2021, कलेक्टर रत्नाकर झा ने कहा कि नक्सल प्रभावित 54 ग्रामों के निर्माण एवं विकास कार्याें को सर्वोच्च प्राथमिकता से करें। जिससे चयनित ग्रामों में स्वास्थ्य, आवागमन, संचार, पेयजल, सिंचाई सहित अन्य सभी सुविधाओं का विस्तार किया जा सके। उन्होंने किसानों की कृषि भूमि में सुधार कर उन्हें कृषि एवं फलोद्यान संबंधी योजनाओं से लाभांवित करने के निर्देश दिए हैं।

कलेक्टर रत्नाकर झा शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में नक्सल प्रभावित ग्रामों के निर्माण एवं विकास कार्याें की विभागवार समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमति अंजू अरूण कुमार विश्वकर्मा, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग डाॅ. संतोष शुक्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रमेश मरावी, जिला समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान रावेन्द्र मिश्रा, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी एस.एस. ठाकुर, कार्यपालन यंत्री आरईएस डी.एस. बघेल, कार्यपालन यंत्री पीएमजीएसवाय, कार्यपालन यंत्री पीएचई रवि डेहरिया, कृषि उपसंचालक अष्विनी झारिया, राज्य समन्वयक तेजस्विनी परियोजना यशवंत सोनवानी, जिला परियोजना समन्वयक अजीविका मिशन श्रीमति मीना परते सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री रत्नाकर झा ने कृषि उपसंचालक को कृषि विभाग के सभी आरईओ को ग्राम आवंटित कर, किसानों की कृषि भूमि का मिट्टी परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कृषि संवर्धन कार्य के लिए मिट्टी परीक्षण का सर्वे रिपोर्ट सात दिवस में प्रस्तुत करने को कहा है। जिससे मिट्टी की उपयुक्तता के आधार पर किसानों को बीज एवं पौधे वितरण कर कृषि एवं उद्यानिकी संबंधी योजनाओं से उन्हें लाभांवित किया जा सके। कलेक्टर झा ने चयनित ग्रामों में कृषि उत्पादन बढाने के लिए तेजस्विनी एवं एनआरएलएम को भी कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा है। उन्होंने थाई अमरूद, चीकू, आम, आंवला, अनार आदि का बगीचा लगाने हेतु किसानों को प्रेरित करने और उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले बीज एवं पौधे उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री रत्नाकर झा ने अधिकारियों को नक्सल प्रभावित 54 ग्रामों के प्रत्येक घर में कम से कम 10 फलदार पौधे रोपित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इच्छुक हितग्राहियों को पशुपालन एवं मुर्गीपालन योजनाओं से लाभांवित करने को कहा है। कलेक्टर ने कहा कि जो गरीब बैगा परिवार मत्स्यपालन एवं विक्रय संबंधी कार्य छोटे रूप में कर रहे हों, उन्हें चिन्हित कर मत्स्य विभाग की योजनाओं से लाभांवित करें। उन्हें मत्स्यपालन के लिए बीज एवं वाहन प्रदान करें। उन्होंने चयनित ग्रामों आवागमन के लिए सड़क एवं पुल निर्माण करने, स्वास्थ्य केन्द्र के भवनों का दुरूस्तीकरण करने और पेयजल व सिंचाई सुविधा के लिए लोगों को संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। नक्सल प्रभावित ग्रामों के टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने इन ग्रामों में किये गए टीकाकरण एवं शेष टीकाकरण की सूची ग्रामवार प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने टीकाकरण कार्य में लापरवाही बतरने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के विरूद्ध निलंबन एवं सेवा समाप्त की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

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