परिजनों से बिछड़े बच्चे को 2 दिन रखा साथ,जानकारी लगने पर सकुशल पहुंचाया घर
कपड़े जूते किताबें और बैग देकर मासूम को पहुंचाया घर
परिजनों ने कोतवाली पुलिस को धन्यवाद प्रेषित किया
जनपथ टुडे डिंडोरी, 26 मार्च 2022, कोतवाली पुलिस ने एक बार फिर MORAL POLICING का शानदार उदाहरण पेश किया है। जिसके मुताबिक कोतवाली थाना स्टाफ ने परिजनों से बिछड़े एक मासूम को दो दिनों तक परिवार जैसा दुलार दिया और बच्चे के घर की जानकारी मिलने पर सकुशल परिजनों तक पहुंचाने के साथ यादगार के बतौर मासूम बच्चे को कपड़े, जूते,किताबें और बैग देकर विदा किया।पुलिस के इस सकारात्मक रवैया से जहां बच्चे के परिजन और गांव वाले अभिभूत हुए ,वहीं वर्दी के दुलार को बार-बार याद करते हुए बच्चे ने पुलिस वालों से मिलने के लिए फिर से आने की इच्छा भी जताई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोतवाली पुलिस को 2 दिन पहले स्थानीय बस स्टैंड में एक बच्चा लावारिस हालत में मिला था।जिसको थाना लाकर पता ठिकाना पूछने की कोशिश की गई। लेकिन इसमें पुलिस को सफलता प्राप्त नहीं हो पाई।इस बीच बच्चे की मासूमियत को देख महिला उपनिरीक्षक गंगोत्री तुरकर और महिला आरक्षक भागवती रावत ने बच्चे को दुलार दिया और दो दिनों तक साथ में रखा और नये कपडे, जूते,खिलोने, किताब,बैग उपलब्ध कराये। इस दौरान बच्चा पुलिस से घुलमिल गया और उसने किसी तरह लिखकर लिखकर बताया कि उसका नाम खुशीराम मेहरा है और उसका गांव राजेंद्रग्राम जिला अनूपपुर के पास है।बच्चे से मिली आधी अधूरी जानकारी के आधार पर उपनिरीक्षक गंगोत्री ने खुशीराम के गांव और परिजनों की पहचान की कोशिश को अंजाम दिया। जिसके मद्देनज़र साफ हो गया कि खुशीराम के पिता का नाम ध्रुव मेहरा है जो लगभग 125 KM दूर वहपुरी थाना अमरकंटक अनूपपुर का निवासी है।
मासूम बच्चे के परिजनों तथा उनके निवास स्थान का पता मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक संजय सिंह के निर्देश पर कोतवाली प्रभारी CK सिरामे, उप निरीक्षक गंगोत्री तुरकर व पत्रकार धर्मेन्द्र मानिकपुरी ने खुशीराम को गांव तक पहुंचाया। जहाँ बच्चे को सकुशल पाकर मेहरा परिवार ने डिंडोरी POLICE को धन्यवाद प्रेषित किया है।