नेशनल लोक अदालत ने लौटाई तीन परिवारों को खुशियां
दोनों पक्ष नई शुरुआत के साथ घर हुए रवाना
जन पथ टुडे, डिंडोरी, 14 मई 2022, जिला अधिवक्ता संघ के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रवेश कनौजे से प्राप्त जानकारी अनुसार आज़ शनिवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत डिंडोरी तीन परिवारों के पुनर्मिलन का साक्षी बनी। जहां लंबे समय से न्यायिक प्रक्रिया में उलझे तीन परिवारिक मामलों को जिला न्यायाधीश कुमारी नीना आशापुरे की मौजूदगी में कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सुरेश कुमार चौबे, सचिव मंडलोई साहब और अधिवक्ता सुरेंद्र ठाकुर, दशरथ धुर्वे, संतोष धुर्वे, जी पी गर्ग जी सहित अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ यू के पटेरिया के साझा प्रयासों से दोनों पक्ष अपनी अपनी गलतफहमी और आपसी गिले शिकवो को दूर करते हुए अपने संबंधों को पुनर्जीवित करना स्वीकार कर फिर एक साथ साथ रहने को राजी हो गए।
जहां जूरी तथा उपस्थित लोगों की मौजूदगी में समझौता कराया गया और विवाद को समाप्त करा दिया गया। एक मामले में पडरिया निवासी प्रदीप बर्मन का अपनी पत्नी संध्या बर्मन के साथ परिवारिक विवाद चल रहा था और संध्या बर्मन अपनी दोनों बेटियों, प्रिया और गौरी के साथ प्रदीप से अलग निवास कर रही थी। जो आज लोक अदालत में दी गई समझाइश और सलाह के बाद साथ साथ रहने को राजी हो गए और खुशी खुशी एक नई शुरुआत करते हुए न्यायालय से रवाना हुए। ऐसे ही एक दूसरे मामले में झांकी समनापुर के निवासी जगत सिंह का अपनी पत्नी गायत्री के साथ विवाद चल रहा था और काफी तनावपूर्ण जीवन में दोनों पक्ष रह रहे थे। जब आज उन्हें उपस्थित न्यायाधीश और अधिवक्ताओं की ओर से बैठाकर समझाइश दी गई और आने वाले भविष्य को ध्यान में रखते हुए निर्णय करने का अनुरोध किया गया। जिस पर लोक अदालत की समझाइस को आत्मसात करते हुए दोनों पक्ष एक हो गए। इसी प्रकार धनुवासागर निवासी धनेश कुमार राठौर का अपनी पत्नी देवकी के साथ भरण पोषण का प्रकरण चल रहा था जिसमें जयप्रकाश कोरबा अधिवक्ता और जूरी के सदस्यों की समझाइश से मामले को समाप्त कराया गया।
इसके उपरांत लोक अदालत में समझौता हो जाने के बाद इन दंपतियों का सम्मान किया गया और सभी ने उनके सुखमय जीवन की शुभकामनाए देते हुए पुनः वरमाला पहनाा कर खुशी खुशी विदाई दी गई।