महापौर चुनाव : भाजपा का ग्वालियर किला ढ़ह गया
57 साल में पहली बार कांग्रेस का महापौर
जनपथ टुडे, ग्वालियर, 17 जुलाई 2022, बड़ी ख़बर है कि नगर निगम चुनाव परिणाम बेहद चौंकाने वाले आए है और जनता ने ग्वालियर में कांग्रेस की उम्मीदवार को जीताकर कर भाजपा का मजबूत किला ढ़हा दिया। ग्वालियर नगर निगम का इतिहास बदल डाला, पिछले 57 साल के इतिहास में कांग्रेस ने महापौर पद पर पहली बार जीत दर्ज की है।
कांग्रेस की प्रत्याशी शोभा सिकरवार ने भाजपा प्रत्याशी सुमन शर्मा को पहले ही राउंड से पीछे कर दिया और फिर आखिर तक पीछे ही ढकेलती चली गई इस तरह ग्वालियर में भाजपा का अभेद्य किला धारशाही कर दिया।
हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद महपौर प्रत्याशी बनी थी सुमन शर्मा
ग्वालियर महापौर पद के लिए सिंधिया की पसंद के उम्मीदवार को टिकट नहीं मिल पाया था और उन्होंने आखिर में नरेंद्र सिंह तोमर की पसंद के उम्मीदवार के साथ होना स्वीकार लिया था। किन्तु अंततः भाजपा प्रत्याशी की हार हुई और ग्वालियर में 57 साल का इतिहास बदल गया। सिंधिया अपनी पसंद की प्रत्याशी के लिए मीटिंग में मुंबई से अचानक भोपाल पहुंचे थे और उनके फिलहाल करीबी माने जाने वाले पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा अपनी उपेक्षा को लेकर नाराज होने के बाद भाजपा प्रत्याशी उनके घर पहुंची थी और रोते हुए अनूप मिश्रा को मनाए जाने का वीडियो जम कर वायरल हुआ था। इन सबके बाद यह साफ है ग्वालियर में सिंधिया की नाराज़गी की बहुत बड़ी क़ीमत भाजपा को चुकानी पड़ी है 57 साल के बाद महापौर भाजपा से कांग्रेस के खाते में दर्ज हो गया है। वहीं चंबल क्षेत्र में तोमर खेमे की कमजोर होती स्थिति भी सामने आ गई है। आगे सिंधिया और तोमर के बीच भीतर भीतर जारी युद्ध के परिणाम पार्टी के लिए घातक हो सकते है।
जबलपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाईकमान को दिया संदेश
जबलपुर में भाजपा के दिग्गज नेताओं और सीएम के तमाम प्रयासों के बाद भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने शायद भाजपा प्रत्याशी डाक्टर जामदार पर विश्वास नहीं जताया। शुरू से ही प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष बताया जा रहा था। जननेता और जमीनी प्रत्याशी नहीं होने के चलते जानदार को अपने ही वार्ड से वोट नहीं मिलने की जानकारी मिल रही है। स्थानीय निकाय चुनाव प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी माने जा रहे है उस लिहाज से कांग्रेस की स्थिति को बहुत बेहतर माना जा सकता है और भाजपा के लिए चिंता का विषय है।