छात्रावास की बदतर हालत, अधीक्षिका की मनमानी के खिलाफ शिकायत करने पहुंची छात्राएं
सहायक आयुक्त ने दिया कार्यवाही का आश्वासन
छात्रवासों की स्थिति बदतर, अधिकारी नींद में
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 23 अगस्त 2022, साकेत नगर स्थित बालिका छात्रावास की छात्राएं अव्यवस्थाओ और वार्डन ही मनमानी की शिकायत सहायक आयुक्त से करने पहुंची। छात्राओं के अनुसार जब से हॉस्टल शुरू हुआ है तब से न तो कभी नाश्ता बनता है और न ही छात्राओं को पेट भर खाना मिलता है। छात्राओं ने बताया कि हमको खड़ी मसूर की दाल दी जाती है, दाल में अमकरिया डालके बनाती है और साफ सफाई का ध्यान भी नहीं दिया जाता। अगर हम लोग कुछ समस्या बताते हैं तो वार्डन चिल्लाती है। हम नाश्ता बनाने को बोलते हैं मैडम बोलती है कि बी ओ, चंदेल सर और सहायक आयुक्त आधा पैसा ले लेते हैं तो मैं तुम लोगों को क्या खिलाएं। साफ सफाई वाली को मैं अपने जेब से पैसा देती हूं, हम अधीक्षण मैडम को रोटी बनवाने के लिए बोलते हैं तो गैस अधिक खर्च होती है बोलती है। उनका कहना है कि जिसको जो हॉस्टल में मिलता है वह खाना अगर नहीं खाना है तो हॉस्टल से चले जाएं। छात्राओं ने मैडम पर जातिगत व्यवहार किए जाने के भी आरोप भी लगाए है। मैडम कहती है कोई अधिकारी नहीं सुनता है तुम लोगों की कौन सुनेगा जाओ जिस अधिकारी के पास जाना है यह कहकर बच्चों को मैडम के द्वारा धमकी दी जाती है। सब लड़कियों से मैडम के द्वारा शपथ पत्र लिखवा लिया है। लड़कियांअपने मन से शपथ पत्र नहीं लिखी है, सरकार का आदेश है कहकर लिखाई है। अगर कोई लड़की बीमार पड़ती मैडम द्वारा कह दिया जाता है कि क्या करूं खुद से ऑटो करो और हॉस्पिटल चले जाओ।
छात्राओं द्वारा छात्रावास अधीक्षक के द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने, खाने पीने की उचित व्यवस्था न करने की शिकायत की है, जिस पर सहायक आयुक्त ने मामले की जांच कर शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
क्या चल रहा है शासकीय छात्रावासो में –
शासकीय छात्रावास बेहाल है छात्र छात्राओं को शासन से मिलने वाली सुविधाओं और राशि हड़पी जा रही है। छात्रावास अधीक्षक और अधिकारियों के दबाव में गरीब और मजबूर बच्चे आवाज तक नहीं उठा पाते। शिक्षा विभाग के अधिकारी जानकर अनजान बने बैठे है।
गौरतलब है कि जिला मुख्यालय स्थित छात्रावास में जब बच्चों को ठीक से भोजन और नाश्ता उपलब्ध नहीं हो रहा है तब जिले के अन्य क्षेत्रों और ग्रामीण अंचल में स्थित छात्रावासों की हालत क्या होगी विचारणीय है। जिला प्रशासन को सभी छात्रावासों का निरीक्षण करवा कर कार्यवाही की जानी चाहिए वहीं जनप्रतिनिधियों को जिले के छात्रवासों का निरीक्षण कर बदहाल व्यवस्थाओं को सुधारने की दिशा में कार्यवाही करनी चाहिए। शिक्षा विभाग द्वारा संचालित छात्रावास जो लूट का अड्डा बन चुके है उनपर लगाम कसी जाना जरूरी है।