नगर परिषद बनी धर्मशाला, अमला गायब जिम्मेदारों का नहीं अता पता
जिला प्रशासन से व्यवस्थाएं सुधरवाने की जनापेक्षा
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 18 नवम्बर 2022, जिला मुख्यालय में जनसेवा और व्यवस्थाओं का जिम्मा उठाने वाली नगर परिषद की स्थिति धर्मशाला सी बनी हुई है। जहां अपनी समस्याओं को लेकर आमजन भटकने को मजबूर है वहीं समय बेसमय नगर परिषद का अमला और जिम्मेदार अधिकारी नदारत रहते है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दोपहर तीन बजे नगर परिषद की अधिकतर कुर्सियां खाली दिखाई दी, किसी जिम्मेदार अधिकारी का पता न परिषद के प्रभारी का पता। मिली जानकारी के अनुसार सीएमओ, निर्माण शाखा और लेखा अधिकारी जबलपुर संभागीय बैठक में गए हुए है। जिसके बाद शेष अमला और जिम्मेदार पूरी तरह कार्यालय छोड़कर गायब नज़र आए। आवक जावक के अलावा कुछ कर्मी भर नगर परिषद ने मौजूद थे, बाकी किसी का भी पता नहीं। पूछने पर कर्मचारी बताते है अभी खाना खाने गए है! कार्यालय का समय, भोजनावकाश का कोई समय यहां निर्धारित हूं नहीं है। जब आमजन कार्यालय पहुंचे तो बता दिया अभी अभी खाना खाने गए है।
हमारे प्रतिनिधि ने इस संबंध में सीएमओ नगर परिषद से चर्चा करने का प्रयास किया किन्तु वे संभागीय बैठक में थे, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के भी बैठक में होने की जानकारी मिली। वरिष्ठ पार्षद रितेश जैन ने जानकारी में बताया कि वे भी कुछ समय पहले परिषद पहुंचे थे तब भी कोई उपस्थित नहीं था। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आमजन अपनी समस्या के निदान के लिए नगर परिषद के कितने चक्कर काटे। गौरतलब है कि पिछले दो दिनों से संयुक्त संचालक और प्रदूषण विभाग की टीम का दौरा था, आज संभागीय कार्यालय ने बैठक और शनिवार, रविवार को अवकाश तो आमजन की सुनवाई कब होगी? कब मिलेंगे जनता की परिषद के अधिकारी?
नवागत जिला कलेक्टर से जनापेक्षा है कि जिला मुख्यालय की व्यवस्था के लिए जिम्मेदार नगर परिषद का भी आकस्मिक निरीक्षण करें और लापरवाह अमले और गैरजिम्मेदार प्रभारी अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही जावे। ताकि नगर परिषद के चक्कर काटने वाले आमजन की परेशानी कुछ कम हो सके। नगर परिषद अध्यक्ष और सीएमओ मुख्यालय से बाहर होने की स्थिति में संस्था की जिम्मेदारी किसी योग्य, गंभीर और जवाबदार अधिकारी को सौंप कर जाए ताकि परिषद में कम से कम कर्मचारी तो मौजूद रहे, जिससे आमजनता को भटकना न पड़े।