
हानिकारक रंग से निर्मित हो रहे खाद्य पदार्थ, FSO ने शुरू की कार्यवाही
नकुल समोसा सेंटर, इंदौर बेकरी गाड़ासरई से नमूने जांच हेतु भेजे गए
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 10 फरवरी 23, जिले में संचालित बेकरी और मिष्ठान कारखानों में अमानक और सेहत के लिये हानिकारक सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। खासकर मिष्ठान निर्माण में यह कोताही जमकर बरती जा रही है। इसकी बानगी लगातार सामने आ रही है। आलम यह है कि खाद्य सामग्री विक्रेता और मिष्ठान निर्माता इमरती रंग के नाम पर बेजान चीजों में डाई और रंग हेतु प्रयुक्त होने वाले गाय छाप रासायनिक रंग का प्रयोग कर रहे हैं।जो स्वास्थ्य के लिये हानिकारक केमिकल है।हालांकि अपनी छापेमार कार्यवाही के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी ऐसे अमानक और दूषित सामग्री पर अंकुश लगाने कार्यवाही कर रही है और उन्होंने दुकानदारों और नागरिको से गाय छाप केमिकल रंग का सेवन नही करने की अपील की है।
जानकारी के मुताबिक कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी (FOOD SAFETY OFFICER) प्रभा सिंह तेकाम ने गत दिवस मिलावट मुक्ति अभियान के अंतर्गत गाड़ासरई में संचालित इंदौर बेकरी का निरीक्षण किया गया।जहाँ अस्वच्छ परिस्थितियों में ब्रेड निर्मित किया जा रहा था। जिन्हे सख़्त एवं उचित निर्देश दिए गए। इसके साथ ही ब्रेड एवं इष्ट का नमूना जप्त किया गया है, जिसको जाँच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजा जायेगा। जहाँ से रिपोर्ट प्राप्ति के पश्चात नियमानुसार कार्रवाई का प्रावधान है। इसके पूर्व पुरानी डिंडौरी कंपनी चौक में स्थित नकुल समोसा सेंटर में निरीक्षण एवं नमूने कार्रवाई की गई। यहाँ निरीक्षण के दौरान अखाद्य रंग गाय छाप आ उपयोग पाया गया।
जिसका नष्टीकरण कर दोबारा उपयोग नही करने के सख़्त निर्देश दिए गये हैं। जानकारी के मुताबिक गाय छाप कलर एक अखाद्य रंग है, जिसका प्रयोग जानकारी के अभाव में
छोटे फुटकर होटलों एवं हाथ ठेले विक्रेताओं द्वारा इमरती, लड्डू, जलेबी चाट इत्यादि में बहूत तेज़ी से किया जा रहा है। जिससे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने ऐसे हानिकारक केमिकल पदार्थों के उपयोग नही करने की नसीहत जारी की है।