मजदूरों से छीना मजदूरी का हक, अमृत सरोवर का मशीनों से हो रहा काम

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पंचायतों में करोड़ों के कार्य होने के बाद भी जिले से मजदूर पलायन को मजबूर

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 26 फरवरी 23, प्रदेश के प्रत्येक जिले में केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा ग्रामीणों को पलायन ना करना पड़े जिसको लेकर अनेकों योजनाएं संचालित की गई जा रही है। किन्तु नियमों को दर किनार कर अधिकारी इन निर्माण कार्यों को अपनी कमाई का जरिया बनाकर निर्माण मशीनों के माध्यम से करवा रहे है।

ताज़ा मामला डिंडोरी जिले के अमरपुर जनपद क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बरसिंघा का है। जहां लाखों रुपयों की लागत से अमृत सरोवर निर्माण कार्य मशीनों से चल रहा है। मशीनों से अमृत सरोवर का निर्माण कार्य कराना मजदूरों के हको पर डाका डालना है। जहां क्षेत्रीय मजदूरों को सैकड़ों दिनों का रोजगार मशीनरी का उपयोग कर छीना जा रहा है, जिला सहित जनपद में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों की आंख इस तरह की गड़बड़ी नहीं देख पा रही। अमृत सरोवर का कार्य जेसीबी लगाकर कराया जा रहा है।जबकि उक्त निर्माण कार्य मुख्य मार्ग के समीप ही संपन्न कराया जा रहा है इस मार्ग से जनपद के छोटे से लेकर बड़े अधिकारी तक हर रोज आवागमन करते हैं। लेकिन इन अधिकारियों को भी अमृत सरोवर में कार्य कर रही मशीनों से कोई ऐतराज नहीं है और बिना किसी भय, रोकटोक के अमृत सरोवर में नियम विरूद्ध मशीन से कार्य कराया जा रहा है। बतला दे लाखों की लागत से बनने वाले अमृत सरोवर निर्माण कार्य मुन्ना लाल जाधव उपयंत्री की देखरेख में पूर्ण कराया जा रहा है। उपयंत्री के द्वारा अपने चहेते ठेकेदार साबिर खान की जेसीबी मशीन से अमृत सरोवर का कार्य करा रहे है। इस संबंध में जानकारी लेने उपयंत्री से संपर्क किया गया तो साहब ने फोन ही रिसीव नहीं किया, न ही वे जनपद मुख्यालय में मिले।

ऐसे विभागीय जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली के चलते ही आज जिले से अधिकतर मजदूर परिवार और पेट पालने के लिए अन्य राज्यों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं।

साइन बोर्ड नदारत

बतला दे की ग्राम पंचायत बरसिंघा में बन रहे अमृत सरोवर निर्माण कार्य की स्वीकृत राशि एवं अन्य जानकारियों के लिए साइन बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। जानकारों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्य मार्ग के किनारे साइन बोर्ड ईट की दीवार खड़ी कर बनाया गया था। जिसे तोड़ दिया गया है। लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान देते नजर नहीं आ रहे।अमृत सरोवर की जानकारी मजदूरों को कितने मानव दिवस का रोजगार मिलेगा, अमृत सरोवर की स्वीकृत राशि, कार्य आरंभ दिनांक आदि महत्वपूर्ण जानकारी साइन बोर्ड न होने से छुपी हुई है। गौरतलब है कि उक्त सब इंजीनियर को पूर्व में भी जनपद द्वारा कार्यों पर बोर्ड नहीं लगाए जाने के कारण नोटिस जारी किया जा चुका है।

इनका कहना है, , ,

लेबर नहीं डाल पाएंगे मिट्टी, लेबर मिट्टी नहीं उठा पाएगी गाड़ी वाला ही काम है। मिट्टी डालना लेबर वाला काम लेबर कर रही है बोल्डर डालने को लेबर लगती है। आज लेबर का मस्टर नहीं निकला है। मस्टर नहीं निकला है तो उसे जनपद के अधिकारी समझे। मै ठेकेदार के अधीनस्थ कार्य कर रहा हूं साबिर खान अमृत सरोवर का कार्य करवा रहे हैं, वे यहाँ के ठेकेदार हैं।

ठेकेदार का कर्मी

“आप मेरे कर्मचारी से बात कीजिए अमृत सरोवर कार्य में मेरी मशीन काम कर रही है। मेरा नाम साबिर खान हैं यह जो कार्य हो रहा है यह अमृत सरोवर का कार्य है। अमृत सरोवर का काम सब इंजीनियर मुन्ना लाल जाधव साहब देख रहे हैं। कार्यस्थल पर मजदूर इसलिए नहीं दिख रहे हैं क्योंकि मजदूरों का मस्टर नहीं निकला है।”

साबिर खान
ठेकेदार

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