सड़क निर्माण कंपनी ने बंद कर दिया नहर का पानी, सूख गए खेत

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किसान परेशान, ठेकेदार की दबंगई,प्रशासन से कार्यवाही की मांग

पचासों एकड़ में लगी रवि की फसल सूखने की कगार पर

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 8 फरवरी 2024, समनापुर से बजाग तक बन रही सीमेंट कंक्रीट सड़क निर्माण के दौरान नहर से पानी जाने का रास्ता अवरुद्ध हो जाने के कारण क्षेत्र के किसानों को एक नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। निर्माण कंपनी की मनमानी का खामियाजा मार्ग में बसे दुल्लोपुर ग्राम के किसानों को भुगतना पड़ रहा हैं। ग्राम के जिन कृषको की कृषि भूमि इस निर्माणाधीन मार्ग के आसपास है जहा पर पहले नहर का पानी इन किसानों के खेतो में बकायदा पहुंच रहा था और सिंचाई हो रही थी अब वही पानी नहर का रास्ता अवरुद्ध हो जाने के कारण उनके खेतो तक नही पहुंच पा रहा हैं।जिससे की ग्राम के लगभग तीन दर्जन किसानों के खेतो की करीबन 40- 50 एकड़ में लगी दलहनी फसल सूखने की कगार पर है। इनमें से आधे किसानों की फसल पूरी तरह सूखकर नष्ट हो चुकी हैं तो वही आधे किसानों के खेतो के पौधे पानी की कमी के कारण पीले पड़ गए हैं और सूखने की कगार पर है। नहर से पानी की सप्लाई रुक जाने से ग्राम के किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। दुल्लोपुर के दर्जनों किसानों ने सड़क निर्माण कंपनी मेसर्स गौर रोड टास्कोट प्रायवेट लिमिटेड जबलपुर के ठेकेदार और कर्मचारियों पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए बताया की विगत चार महीनों से समनापुर से जल्दबोना, दुल्लोपुर होते हुए बजाग तक लगभग 32.80 किमी की दूरी वाला सीमेंट कंक्रीट सड़क का निर्माण कराया जा रहा हैं। शुरू से ही सड़क के निर्माण में क्षेत्र की जनता का हितों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है तथा कंपनी के कर्मचारी मनमाने ढंग से कार्य करने पर आमदा है।

ग्राम दुल्लोपुर के समीप बजाग रोड पर किसानों के खेतो में नहर के जरिए सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने वाले रास्ते पर कंपनी ने सड़क निर्माण के दौरान बांध से निकलने वाली मुख्य नहर से जुड़ी हुई सहायक नहर को खुदाई करते समय छतिग्रस्त कर दिया है तथा उसके ऊपर गिट्टी मुरूम बिछाकर नहर का रास्ता अवरुद्ध कर दिया है। जिससे की बीते तीन महीनों से किसानों के खेतो में पानी ही नहीं पहुंच पा रहा है और खेतों में लगी फसल चना, मसूर,मटर, गेहूं इत्यादि सूखने लगी हैं। इस बाबत कई बार ग्राम के कृषको सड़क निर्माण में कार्यरत कर्मचारियों से नहर के रास्ते में पाइप पुलिया डालकर पानी जाने का रास्ता बनाने की मांग की परंतु अनेक बार आश्वासन देने के बाद भी सुधार कार्य नहीं किया गया तब किसानों के सब्र का बांध टूटने लगा और उन्होंने अब कंपनी के कार्य के विरोध में हल्ला मचाना शुरू कर दिया है।

ग्राम के किसान मनोज धुर्वे, गोपाल धुर्वे, चैनसिह, सुमिरन धुर्वे, मोहन धुर्वे, शेर सिंह, संतोष श्याम सहित दर्जनों किसानों ने कंपनी के विरुद्ध आक्रोश जताते हुए बताया की नहर दुरुस्त करने की मांग करने पर कंपनी के कर्मचारीओ द्वारा गरीब किसानों को दबंगई दिखाकर डराया धमकाया जाता हैं। किसानों ने शीघ्र ही प्रशासन से नहर सुधार की मांग की है

प्रशासन और अधिकारी लापरवाह

एक तरफ सरकार किसानों को सुविधाए देने तत्पर है और तमाम योजनाएं बनाई जा रही है। दूसरी तरफ जिले के अधिकारी इस तरह से ठेकेदारों द्वारा की जा रही मनमानी पर मौन बना बैठा है। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री, संतोष ठाकुर का इस मामले पर बेहद लापरवाही भरा बयान सामने आया है उनका कहना है की मामले की जानकारी उन्हें नहीं है जल्दी ही दिखवा कर कार्यवाही करुगा। प्रशासनिक अमले द्वारा भी कोई कार्यवाही किसानों के हित में नहीं की जा रही है जो किसानों के प्रति उपेक्षित व्यवहार है और इस तरह की अव्यवस्थाओं पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर तो बात करना ही बेईमानी है।

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