कोरोना की दहशत से निजात पाता डिंडोरी

Listen to this article

 

जनपथ टुडे, 23 जून 2020, मार्च 22 से देश,प्रदेश के साथ जिले में भी कोरोना शब्द का प्रवेश हुआ इसके पहले लोगों ने “कोरोना वायरस” शब्द ज्यादा नहीं सुना था सुना भी था तो किसी ने बहुत गंभीरता से नहीं लिया, उसी तरह जैसे बीमारी, वायरस, संक्रमण जैसी बातें वैज्ञानिकों और चिकित्सको का विषय हो सकता है। पर 22 मार्च के बाद पल-पल, समाज, बाजार, सरकार, उद्योग, विकास कार्य से लेकर राजनीती, व्यवस्थाए सब कुछ कोरोना के लिहाज से ही चला और सोचा भी नहीं जा सकता था ऐसे बहुत से साधन और सुविधाएं लोगों के लिए बंद कर दी गई वह भी लंबे समय के लिए। जो भी हुआ “कोरोना काल” में कहा जा सकता है, कि हर व्यक्ति की व्यवस्थाएं और दिनचर्या सब कुछ चरमरा सा गया। नियम, कायदे और कानून तक कोरोना की जद में आ गए उससे प्रभावित हुए।

 

जिले में कोरोना संक्रमण का दौर…..

22 मार्च से ” कोरोना संक्रमण” के चलते लगा लॉकडाउन और घर में बैठने को मजबूर लोगों ने कोरोना के हर पहलू को जाना और समझा,हर जुबान पर कोरोना रोज की भाषा का अंग बन चुका था और जिले की प्रशासनिक व्यवस्था और सतर्कता के साथ जिलेवासियों की नजर शुरुआती दिनों में तो जबलपुर के सर्राफा व्यापारी कोरोना संक्रमित अग्रवाल परिवार के साथ जबलपुर में लगभग दर्जन भर लोगों के संक्रमित होने की खबरों पर केन्द्रित रही।

 

लॉक डाउन लगने के लगभग एक माह बाद जिले में 20 अप्रैल को करंजिया विकासखंड के मुर्शीद नाम के युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई जो छत्तीसगढ़ से आया था, इसके 18 दिन बाद महाराष्ट्र से शहपुरा आए सैफुल्ला और इसके 9 दिन बाद समनापुर और बजाग के मुंबई से लौटे प्रवासी मजदूरों को संक्रमित पाया गया। 22 मई को डिंडोरी ब्लॉक का पहला कोरोना पॉजिटिव संक्रमित पाया गया, 29 मई को मेहदबानी के चिरईपानी में 3 लोग पाजेटिव पाए गए, इसके बाद अमरपुर ब्लाक के जलदामुडिया में भी कोरोना का प्रवेश हो गया।

 

इसपूरे कोरोना काल के दौरान जिले में 30 लोग जो कि लॉकडाउन के लगने के बाद बाहर से वापस आए थे जांच में कोरोना संक्रमित पाए गए गौरतलब है कि आसपास के जिलों में जबलपुर के बाद सबसे अधिक संख्या में कोरोना से संक्रमित व्यक्ति डिंडोरी जिले में ही पाए गए वहीं जिले का पहला कोरोना संक्रमित युवक 25 मई को स्वस्थ होकर वापस अपने घर भेज दिया गया और धीरे-धीरे सभी कोरोना मरीज स्वस्थ होकर वापस घर जाते रहे। सबसे बड़ी राहत कोरोना काल के दौरान जिले के लिए 20 जून को रही जब 6 कोरोना पॉजिटिव उपचार के उपरांत स्वस्थ होकर घर भेजे गए, और जिले में मात्र एक कोरोना पॉजिटिव युवक जो 13 जून को पॉजिटिव पाया गया था शेष रह गया। कुछ तत्व जिले में कोरोना काल से जुड़े खास तौर से बेहद रोचक हैं, जिले में पॉजिटिव पाए गए पहले और आखिरी दोनों संक्रमित युवकों को छोड़कर बाकी के 28 संक्रमित व्यक्ति महाराष्ट्र राज्य से आए थे। चिकित्सा विभाग से प्राप्त जानकारी को माने तो सभी संक्रमित व्यक्ति मुंबई दिल्ली और छत्तीसगढ़ से जिले में वापस आए थे। मूलतः जिले का कोई भी रहवासी संक्रमित हुआ न ही इस दौर में कहीं बाहर जाने से कोई स्थानीय रहवासी कोरोना से संक्रमित हुआ। न ही कोरोना पीड़ितो के संपर्क में आने से कोई स्थानीय व्यक्ति संक्रमित हुआ जो अपने आप में उल्लेखनीय है। क्योंकि ऐसा माना जाता रहा है कि कोरोना का संक्रमण, संक्रमित व्यक्ति से अन्य लोगों में फैलता है और इस तरह से क्षेत्र में कोरोना का फैलाव बढ़ता है, इस तरह से भी क्षेत्र सुरक्षित रहा।

 

दहशत से निजात की ओर बढ़ता जिले का जनमानस

22 मार्च से 22 जून के बीच के 92 दिन लॉक डॉउन से अनलॉक के बीच शासकीय कामकाज से लेकर बाजार, हाट और आवाजाही तक पहले सी रफ्तार पर नहीं लौट पाया है अभी परिवहन के साधनों ने संपूर्ण गति नहीं पकड़ी है, कारोबार भी पूरी गति अब तक नहीं पकड़ पा रहा है। पर कोविड-19 के निर्देशों का पालन, सोशल डिस्टेंसिंग को नहीं मान रहे लोग ऐसा बाजारों और सड़कों और दफ्तरों में साफ दिख रहा है, यह जाहिर करता है कि जिले में कोरोना की दहशत अब कम हो चली है। लोगों में कोरोना से डर घटा है जिसके चलते बचाव के उपाय लोग दरकिनार करते चले जा रहे है। अब आंकड़ों की आवक भी कम हुई है, बाजारों की रौनक, दुकानों पर लोगों की आवाजाही बढ़ती जा रही है वहीं स्वास्थ्य विभाग भी इस बात की पुष्टि करता है कि कोरोना संक्रमण का एक मात्र शिकार व्यक्ति ही उनकी निगरानी में स्वास्थ्य लाभ ले रहा है 2 या 3 दिनों के बाद पूर्ण स्वस्थ होने की संभावना उसके स्वास्थ्य में हो रहे सुधार के आधार पर की जा रही है और उसे भी जल्दी ही डिस्चार्ज किया जा सकता है। जिले में प्रवासियों की आवक भी अब बहुत कम हो रही है वहीं जिले में कोरोना जांच प्रतिदिन औसतन 50 लोगों की वर्तमान में की जा रही है, लगातार फिलहाल लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। इस तरह यदि सब पहलुओं को एक साथ रख कर देखें तो अब कोरोना की दहशत से हम निजाद की ओर बढ़ रहे है, हर क्षेत्र में लोग बाहर निकलने लगे है, व्यापारी उत्साहित है कारोबारियों के कदम तेज हो रहे है सामान्य हालत बहाली की ओर है पर अब भी संक्रमण से बचाव के इंतजाम और आवश्यक परहेजों पर सतर्क रहना जरूरी है।

 

Related Articles

Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809 666000