
NGO के संचालक पर, समाजसेवा की आड़ में गलत काम करने का आरोप
अविनाश टांडिया की खबर :-
आदिवासी एवं बैगा विकास संस्थान समिति, के संचालक के खिलाफ संस्था में कार्य करने वाली युवतियों ने लगाया शोषण का आरोप
संचालक द्वारा वेतन हड़पने और शोषण किए जाने के लगे गंभीर आरोप
जनपद टुडे, डिंडोरी, 13 अक्टूबर 2020, कोतवाली डिंडोरी में 2 महिलाओं ने शिकायत करते हुए आदिवासी बैगा विकास उत्थान समिति डिंडोरी के डायरेक्टर के. एस. वमें के ऊपर शोषण और छेड़छाड़ के संगीन आरोप लगाए हैं। पीड़ित युवतियों के द्वारा बताया गया कि संस्था द्वारा संस्कृति मंत्रालय के प्रोजेक्ट एवं चाइल्डलाइन का संचालन किया जाता है। संस्था के संचालक केहर सिंह वर्मे संस्था में कार्यरत इन पीड़ितों का आर्थिक और लैंगिक उत्पीड़न करने का प्रयास करते रहते हैं और मना करने पर काम से निकाल देने की धमकी देकर चुप कराने का प्रयास करते हैं। जिसकी शिकायत 11 अक्टूबर को कोतवाली में संस्था के संचालक केहर सिंह वर्मे के विरुद्ध कार्यवाही हेतू संस्था में कार्यरत इन पीड़ितों ने अपनी शिकायत में बताया कि आदिवासी एवं बैगा विकास उत्थान समिति के द्वारा द्वारकापति एग्री प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के माध्यम से विज्ञापन देकर कंपनी के कर्मचारी बतौर काम करने का ऑफर लेटर दिया गया है तथा 15000 मासिक वेतन तय किया गया था और कृषि सलाहकार के रूप में कार्य लिया जाएगा ऐसा बताया गया था, नियुक्ति के उपरांत थी उन्हें उक्त संस्था जो संस्कृति मंत्रालय के प्रोजेक्ट पर काम करती है और जिले में चाइल्ड लाइन 1098 का संचालन करती है। जिसका कार्यालय संस्था संचालक केहर सिंह ने अपने घर पर ही खोल रखा है और वहां से संस्था के कार्य हेतु अन्य स्टाफ भी रखा हुआ है पीड़ितों ने बताया की संस्था के कार्य के साथ साथ डायरेक्टर द्वारा जबरन दबाव बनाकर पीड़ित युवतियों से निजी और घरेलू काम करने का प्रयास लगातार किया जाता है तथा युवतियों ने यह बताया कि उनका वेतन शासन के प्रोजेक्ट के माध्यम से उनके बैंक खातों में आता है जिससे डायरेक्टर द्वारा यात्रा भत्ते की राशि नगद वापस ले ली जाती है और वापस नहीं करने पर काम से निकालने का दबाव बनाया जाता है। 15000 रुपए मासिक का ऑफर देने के बाद अब खाते में से मात्र 8000 वेतन दिया जाता है उससे भी कुछ रकम संचालक दबाव देकर छीन लेता है। गलत नियत से डायरेक्टर ने उनके शरीर को छूने और इशारे किए जाने और हरकत किए जाने के आरोप इन युवतियों ने संचालक पर लगाए है। इन्होंने बताया की वह मंडला से यहां आकर नौकरी कर रही है और किराए के मकान में अकेले निवास करती हैं और संस्था के संचालक द्वारा इन युवतियों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। जब उत्पीड़न और शोषण बर्दाश्त से बाहर हो गया तो अब वे मजबूर होकर कोतवाली थाना डिंडोरी में शिकायत दर्ज कराई है और कड़ी कार्यवाही की मांग की है। पीड़ितों ने इस संबंध में स्वयं जनपथ टुडे के कार्यालय में आकर अपनी समस्या बताई और लिखित में अनुरोध किया कि समाजसेवा की आड़ में गलत कार्य करने वाले पर उचित कानूनी कार्यवाही आवश्यक है।
वर्मे विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके है
गौरतलब है कि संस्था के डायरेक्टर अपने में साकेत नगर डिंडोरी स्थित निवास से कई विभागों के कार्यक्रमों का संचालन करते हैं और भवन किराया कार्यालय व्यय सहित कार्यरत लोगो के वेतन को हड़प कर बड़ी आर्थिक अनियमितता को अंजाम दे रहे हैं।
वही समाज सेवी संस्था के संचालक हैं और कई राजनैतिक रसूखदारो तथा राजनीतिक मंचों, कार्यक्रमों और राजनेताओं के साथ उनकी तस्वीरें भी हैं जिससे शासकीय अमले व अधिकारियों पर दबाव बनाया जा सके। विगत विधानसभा चुनाव के के एस वर्मे सपाक्स के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव भी लड़ चुके हैं।
युवतियों ने पुलिस से सहयोग नहीं मिलने की बात कही
शिकायतकर्ता इन युवतियों ने बताया कि उनके द्वारा कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई गई तो रिपोर्ट लेखक द्वारा उनकी शिकायतों को सही तरीके से नहीं लिखा और उनके आरोपों को घुमा फिरा कर आधा अधूरा लिखकर पावती दी गई और 11 अक्टूबर को शिकायत थाने में किए जाने के बाद अब तक संस्था के संचालक के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्यवाही की कोई जानकारी उन्हें नहीं मिली है।