
रमेश राजपाल – चन्द्रकला परस्ते विवाद में फिर नया ट्विस्ट
डिन्डोरी – जनपथ टुडे, 18.02.2020
एक का “ब्लैकमेलिग” का आरोप दूसरे ने “एसिड अटैक” की शिकायत की है।
डिंडोरी, काग्रेस के नेता व प्रदेश प्रतिनिधि रमेश राजपाल और कांग्रेस की महिला नेत्री जिला पंचायत सदस्य श्रीमती चन्द्र कला परस्ते एक बार फिर आमने सामने है। 17 फरवरी की शाम रमेश राजपाल ने श्रीमती चन्द्रकला पर उनके विरूद्ध दर्ज कराए गए एक मामले में बयान वापस लिए जाने के एवज में पांच लाख रुपए की मांग किए जाने के आरोप लगाते हुए एक लिखित शिकायत कोतवाली पुलिस को दी। व्यवसाई रमेश राजपाल के अनुसार उनके करीबी ग्राम हररा निवासी कुलदीप चौकसे से श्रीमती चन्द्रकला ने कहा कि रमेश राजपाल और दीपक गिदवानी के खिलाफ मैंने पुलिस में जो शिकायत की है उसमे मुझे अपना कथन दर्ज कराने पुलिस कई बार बुला चुकी है, मैंने अपने बयान दे दिए तो इनके हाल बुरे होगे मुझे दोनों पांच – पांच लाख रुपए दे दे तो मैं अपने कथन कमजोर कर दूगी नहीं तो इनकी हाल खराब होने वाले है। रमेश राजपाल के अनुसार ये बात मुझे फोन से चौकसे द्वारा दिए जाने के बाद से चिंतित हूं और मुझे झूठे मामले में चन्द्रकला द्वारा फसाने के साथ साथ अपनी जान माल का खतरा है। पुलिस से उन्होंने सुरक्षा मांगते हुए, चन्द्रकला द्वारा अवैध मांग करने का आरोप लगाते हुए उनके द्वारा दर्ज शिकायत जो जांच में है उसे नस्ती करने का अनुरोध पुलिस से किया है
गौरतलब है कि जिले के इन दोनों कांग्रेस के नेताओं का आपसी विवाद पिछले कई दिनों से कभी सर्द तो कभी गरम होता चला आया है, हालाकि फिलहाल दोनों पक्षों में तनातनी बढ़ती जा रही है। पिछले दिनों जिले के प्रभारी मंत्री तरुण भनोट के सामने चन्द्रकला परस्ते ने शहपुरा में रमेश राजपाल के विरूद्ध पुलिस द्वारा उनकी शिकायत पर कार्यवाही न करने की बात कहते हुए रमेश राजपाल के ऊपर एसिड अटैक की धमकी दिए जाने का संगीन आरोप लगाया था। चन्द्रकला परस्ते के अनुसार रमेश राजपाल ने अपनी whatasaap की डीपी में छपाक फिल्म की फोटो लगा कर धमकी दी थी, यही हाल होगा तुम्हारा।
इसके बाद रमेश राजपाल ने पत्रकारों के सामने अपने तत्व रखने और महिला नेत्री द्वारा पैसों के लालच में उसे झूठे मामलों में फंसाए जाने के आरोप लगाते हुए खुद को उनसे खतरा बताया था।
बताया जाता है चन्द्रकला परस्ते द्वारा की गई शिकायत जांच में है और पुलिस उनके कथन दर्ज करवाने उन्हें बुला रही है पर उनके पुलिस के समक्ष अब तक उपस्थित न होने से आगे कार्यवाही नहीं हो पा रही है।
कांग्रेस के इन दोनों नेताओं के बीच लगातार चल रही तकरार को लेकर मामला बड़े नेताओं से लेकर भोपाल तक जा चुका है। दोनों के प्रदेश की सत्ता पर काबिज कांग्रेस से जुड़े होने के चलते न तो बड़े नेता और मंत्री किसी के पक्ष में है और न विरोध कर रहे है, वहीं इन दोनों के राजनीति में सक्रिय होने के चलते इनके मामलों में पुलिस भी हाथ डालने में जल्दी नहीं कर रही है। इन दोनों के बीच की तकरार में बार बार नई नई बातें और शिकायते आने से पुलिस भी कोई कदम उठाने से बच रही है वहीं ये दोनों नेता रोज कोई न कोई नया पैतरा एक दूसरे के खिलाफ चलते दिख रहे है।
इस विवाद का कारण क्या है??
इन दोनों ही नेताओ के बीच दिनों दिन बढ़ते जा रहे विवाद और आरोपों प्रत्यारोपों के बीच रोज नई नई कहानियां इस वक्त ज़िले का सबसे गर्म मुद्दा है। परंतु लोग उन कारणों को आज भी टटोलते दिखते है जिसकी वजह से एक समय बेहद करीब रहे इन दोनों नेताओं के बीच दरार गहराती ही जा रही है। चर्चा है कि विधानसभा चुनाव के पूर्व तक इनकी जोड़ी एकसाथ थी वर्तमान केबिनेट मंत्री और विधायक ओमकार मरकाम के सामने टिकट के लिए दिल्ली भोपाल तक अपना दम दिखा रही थी। रमेश राजपाल चन्द्रकला परस्ते को विधानसभा का टिकट दिलाने के लिए पूरी तरह से समर्पित थे वहीं रमेश राजपाल के व्यवसाइक मसलों और समस्याओं को हल करने चन्द्रकला परस्ते अपनी राजनीतिक पकड़ के चलते भोपाल और दिल्ली एक कर देती थी पर फिर पता नहीं कब इनके बीच किन कारणों से मनमुटाव और विवाद इतना बढ़ा कि अब दोनों ही एक दूसरे को रोज नए आरोपों के बूते घेरते नज़र आते है।
फिलहाल इन दोनों के बीच सुलह की कोई उम्मीद नजर नहीं आती वहीं इनके आपसी विवाद के चलते पार्टी के नेता, कार्यकर्ता से लेकर पुलिस तक हलाकान है, राजनीतिक दबाव के साथ ही साथ एक मसले पर कार्यवाही हो नहीं पाती तब तक दूसरा नया मामला पुलिस के सामने उलझ जाता है। जहा श्रीमती चन्द्रकला जो लंबे समय से राजनीति में सक्रिय है और प्रदेश के कई बड़े नेताओं मंत्री तक उनकी पहुंच है वे अपने स्तर पर इनके पक्ष में अपना राजनीतिक रसूख प्रयोग करते है वहीं जिले के स्थानीय नेताओ, कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या सहित कई पत्रकारों से रमेश राजपाल के बेहतर ताल्लुकात उनके पक्ष में दबाव बनाते दिखते है जिसके चलते सख्त पुलिसिया कार्यवाही भी इस बेहद चर्चित विवाद में थोड़ा फूक फूक कर कदम रख रही है।
इस विवाद के चलते जहां सत्ताधारी कांग्रेस की छवि खराब हो रही है वहीं पूरे मसले को लेकर कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा भी इनके विवाद को व्यक्तिगत बताते हुए पल्ला झाड़ा जा रहा है पर कहीं न कहीं आम लोगो में पार्टी को लेकर गलत संदेश जरूर जा रहा है।
कल हुए घटनाक्रम के बाद श्रीमती चन्द्रकला ने बताया कि उनकी ऐसी कोई बात किसी से नहीं हुई है और न ही उन्होंने किसी से पैसे की मांग की है। पुलिस द्वारा मेरी शिकायत पर दबाव के चलते कार्यवाही नहीं कर रही है और एसिड अटैक, महिला उत्पीडन व sc st act. की धारा लगा कर आरोपी को गिरफ्तार करने के बजाय मुझ पर कथन दर्ज कराने का दबाव बनाया जा रहा है और जांच के बहाने मामले में आरोपी को अपने बचाव करने और नई नई साजिश रचने का मौका दिया जा रहा है,जबकि एस सी एस टी एक्ट के तहत सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा है कि शिकायत आते ही तत्काल प्राथमिकी दर्ज़ होनी चाहिये । मेरे राजनीतिक विरोधियों के दखल के चलते मुझे आगामी जिला पंचायत चुनाव में प्रभावित करने मेरी छवि खराब करने ये सब साजिश की जा रही है।