
हिंदी दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन
जनपद टुडे डिंडोरी 16 सितंबर 2023, मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशन एवं माननीय नीना आशापुरे प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डिंडोरी के मार्गदर्शन में तथा प्रथम जिला न्यायाधीश माननीय श्री हिदायतुल्ला खान व सचिव जिला न्यायाधीश श्री उत्तम कुमार डार्वी एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री सुनील अहिरवार की गरिमामय उपस्थिति में जवाहर नवोदय विद्यालय धमनगांव डिंडोरी विशेष हिंदी सप्ताह एवं हिंदी दिवस पर एक विधिक साक्षरता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिविर में उपस्थित विद्यार्थियों, महिलाओं को संबोधित करते हुए प्रथम जिला न्यायाधीश माननीय श्री हिदायतुल्ला खान ने इस अवसर पर जानकारी प्रदान करते हुए हिदायतुल्लाह ख़ान साहब ने बताया की हर वर्ष 14 सितंबर को पूरे देश में हिंदी दिवस मनाया जाता है यह हमारी राष्ट्रभाषा के महत्व और महत्ता को स्थापित व रेखांकित करने के साथ-साथ भारतवर्ष की भाषाई विविधता को बढ़ावा देने के लिए और पूरे देश को एक सूत्र में बांधने के लिए मनाया जाता है, माननीय हिदायतुल्लाह साहब ने महिलाओं से संबंधित कानूनी अधिकार, पारिवारिक मामलों से संबंधित कानूनी प्रक्रिया, सुलह समझौता एवं मध्यस्थता प्रक्रिया के संबंध में , लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम पाॅक्सो एक्ट 2012 हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम2005, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण, दहेज प्रतिषेध अधिनियम एवं महिलाओं के संबंधित संवैधानिक पारिवारिक अपराधिक एवं दीवानी, विधि , श्रम कानून रिप्रोडक्शन से संबंधित स्वास्थ्य अधिकारों तथा महिला अभिरक्षा संबंध ऐसे सभी प्रावधानों के बारे में उपस्थित लोगों को सहज और सरल भाषा में जानकारी देकर उन्हें जागरूक किया और कहा महिलाओं की सशक्तिकरण के बगैर देश और समाज के मजबूत होने की कल्पना नहीं की जा सकती उक्त शिविर में उपरोक्त विषयों पर उपस्थित छात्राओं को इस उद्देश्य से जानकारी दी गई कि वे आवश्यकता पड़ने पर जरूरतमंद व्यक्तियों को आवश्यक सहायता एवं विधिक सहायता उपलब्ध करा सके और जागरूकता में अपना योगदान दे सके। आयोजित साक्षरता शिविर में सचिव जिला न्यायाधीश श्री उत्तम कुमार डार्वी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री सुनील अहिरवार जी ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उनके मौलिक अधिकार एवं कर्तव्यों के संबंध में जानकारी दी और बताया हमारा देश जिस संविधान से चल रहा है उस संविधान की आधारशिला सामाजिक न्याय की अवधारणा है, और हमारे अधिकारों का मुख्य स्रोत हमारा संविधान है जो कर्तव्य से जोड़ता है यदि हम सब अपने-अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वाह करते हैं तो हमारे अधिकार स्वत: प्राप्त हो जाते हैं अधिकार और कर्तव्य एक दूसरे के पूरक हैं, और दोनों साथ-साथ चलते हैं अधिकारों के बिना कोई भी नागरिक अपने व्यक्तित्व और आत्मविश्वास को विकसित नहीं कर सकता और यह अधिकार हमें संवैधानिक कर्तव्यों को पूरा करने से मिलते हैं। आयोजित शिविर में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया कार्यक्रम के उपरांत जवाहर नवोदय विद्यालय धमनगांव के प्राचार्य हर्ष प्रताप सिंह ने आभार व्यक्त किया शिविर में प्रमुख रूप से नेहरू युवा केंद्र से आरती कुशवाहा समस्त शिक्षक गण छात्र-छात्रा में पुलिस प्रशासन के लोग एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का स्टाफ उपस्थित रहा।