
धान खरीदी में करोड़ों का घोटाला,जांच में हुआ खुलासा
मामले में सात मिलों में दी गई दबिश
गोदाम और मिल में ताला लगाकर भागे तीन संचालक
तीन राइस मिल संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज
जनपथ टुडे, कटनी, 9 फरवरी 2022, प्रदेश के कटनी में मिलिंग के लिए दी गई करोड़ों रुपए की धान का घोटाला सामने आया है. दरअसल, यहां राइस मिलर्स और समितियों की मिलीभगत से पूरा खेल खेला गया है. तकरीबन सात करोड़ के धान घोटाला मामले में नागरिक आपूर्ति निगम ने फिलहाल तीन राइस मिलर्स के खिलाफ थाना में तहरीर दी. जिसके बाद माधवनगर थाना में दो और कुठला थाना में एक राइस मिलर के खिलाफ आईपीसी की धारा 407 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
यह मामला सामने आने के बाद अब प्रदेश भर में धान खरीदी में बड़ी गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है. दरअसल सोसायटियों के माध्यम से उपार्जन केंद्रों में सरकार अधिक गुणवत्ता वाली धान की खरीदी करती है. सांठगांठ करके मिलर्स गुणवत्तापूर्ण धान को अच्छी कीमत पर खुले बाजार में बेच देते हैं और दूसरे प्रदेशों से सस्ती धान मंगाकर उसकी मिलिंग करते हैं. जिसे पीडीएस योजना के तहत वितरित किया जाता है।
गोदाम में ताला लगाकर भागे तीन मिल संचालक
कटनी में धान घोटाले की लगातार शिकायतें मिल रही थी. जिस पर नागरिक आपूर्ति निगम के भोपाल मुख्यालय ने एक टीम बनाकर जांच करने के निर्देश दिए थे. नागरिक आपूर्ति निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक (जबलपुर) एलएल अहिरवार, जिला आपूर्ति एवं खाद्य अधिकारी कटनी बालेंद्र शुक्ला, नागरिक आपूर्ति निगम रीवा के जिला प्रबंधक संजय सिंह और कटनी प्रबंधक मधुर खर्द इस टीम में शामिल रहे. जांच दल ने दो दिन दबिश देकर सात मिलों की जांच कराई थी. जिसके बाद तीन मिल संचालक गोदाम और मिल में ताला लगाकर भाग खड़े हुए. फिलहाल गोदाम और मिल को सील कर दिया गया है। इस मामले के बाद अन्य जिलों में भी इसी तरह की जांच की संभावनाएं बताई जा रही है।
तीन राइस मिल संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज
वहीं चार मिलों में जांच के दौरान डीओ ऑर्डर से कम धान का स्टॉक पाया गया. अधिकारियों का कहना है जांच टीम द्वारा पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है. फिलहाल गुरुनानक इंडस्ट्रीज के संचालक अनिल असरानी, रोहरा इंडस्ट्रीज के संचालक बंटू रोहरा और सुमन सत्यनारायण इंडस्ट्रीज के संचालक यश अग्रहरि के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बाकियों के खिलाफ एफआईआर होना अभी बाकी है।