
किसानों का हंगामा: दी आंदोलन की चेतावनी
जनपथ टुडे डिंडोरी 23 सितंबर।
पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र के बीजोंरी वन ग्राम के सैकड़ों किसानों ने मंगलवार को अपनी जमीन कम किए जाने के विरोध में डिंडौरी कलेक्टोरेट में जोरदार प्रदर्शन किया। किसान नारेबाजी करते हुए कलेक्टर नेहा मारव्या से मिलने की मांग पर अड़ गए और कलेक्टोरेट परिसर में धरने पर बैठ गए।
किसानों ने बताया
किसानों ने कहा कि राजस्व और वन विभाग की टीम ने सर्वे के नाम पर उनकी पुश्तैनी वन भूमि घटा दी है। किसान जेहर सिंह नेटी ने बताया कि गांव की लगभग 1000 की आबादी में से 263 किसानों को वन भूमि का अधिकार पत्र मिला था, लेकिन अब अधिकारियों द्वारा उनकी जमीन में कटौती की जा रही है।
उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि किसान भान सिंह को चार हेक्टेयर भूमि मिलनी थी, लेकिन अब सिर्फ 1.650 हेक्टेयर दी जा रही है। इसी तरह उनकी अपनी जमीन 2.500 हेक्टेयर कर दी गई है। बाकी भूमि वन विभाग वापस ले रहा है। उन्होंने सवाल उठाया, “अगर सरकार अधिकारियों का वेतन 50 प्रतिशत कम कर दे तो क्या वे मानेंगे?”
अधिकारियों ने दिया आश्वासन
शुरुआती हंगामे के बाद तहसीलदार आर.पी. मार्को ने किसानों को शांत कराया। बाद में स्थानीय विधायक ओमकार मरकाम, अपर कलेक्टर जे.पी. यादव, सहायक आयुक्त राजेंद्र कुमार जाटव और रेंजर अतुल सिंह ने किसानों से चर्चा की। अधिकारियों ने 15 दिन में गांव आकर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया।
विधानसभा में मुद्दा
विधायक ओमकार मरकाम ने किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि यह सिर्फ उनके क्षेत्र की नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश की समस्या है। उन्होंने बताया कि वे वन अधिकार अधिनियम को लेकर विधानसभा में भी सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने कहा, “अगर सब कुछ ठीक है तो किसान जिला मुख्यालय क्यों आ रहे हैं?”
किसानों ने दी चेतावनी
किसानों के साथ आए धनेश्वर पाटले ने चेतावनी दी कि अगर 15 दिन में जमीन वापस नहीं की गई तो वे कई अन्य गांवों के किसानों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन करेंगे।