समनापुर में झोलाछाप माफिया सक्रिय
जान माल को पहुँचा रहे नुकसान
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 9 जनवरी 2021, संगठित अपराध की कड़ी में झोलाछाप ईलाज को अंजाम देने वाले भी शामिल हैं, जो माफिया की तर्ज़ पर जिले भर में लोगों की जान और माल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसकी बानगी समनापुर में रोजाना देखी जा सकती है जहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नजदीक ही झोलाछाप माफिया की दुकानें आबाद हैं। योग्यताधारी डॉक्टरों की नाक के नींचे ही नागरिकों की सेहत से खिलवाड़ के धंधे में सरकारी अमला भी शामिल हैं और पूरी तरह मौन बना इनकी गैर कानूनी हरकतों पर आंख और कान बन्द किए बैठा है।
सूत्रों की माने तो तथाकथित डॉ युगल किशोर राव, मजूमदार, गोलदार, विश्वास जैसे कई बंगाली डाक्टरों द्वारा कथित चिकित्सा डिप्लोमा के बूते एलोपैथी उपचार खुलेआम किया जाता है। दर्जनों झोलाछाप की दुकानें समनापुर
मुखयालय में संचालित है और मुख्यमार्ग पर खुलेआम शासन के नियम निर्देशों और प्रशासन की कार्यवाही को चुनौती देते हुए ये वर्षों से अपने दवा खाने संचालित कर रहे है, इनके विरुद्ध पिछले समय मे करवाई को भी अंजाम दिया गया था। लेकिन सरकारी अमले की मिलीभगत के चलते झोलाछाप फिर सक्रिय हो गये हैं।
होम्योपैथी – एलोपैथी की मिलावट पर कार्यवाही कब होगी?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की मंशा के तहत मिलावट पर कठोर कार्यवाही के निर्देशो के बाद भी इन कथित डाक्टरों की न तो सघन जांच की जा रही है न ही कठोर कार्यवाही जबकि यह सीधे तौर पर गरीब जनमानस के स्वास्थ से जोखिमपूर्ण खिलवाड़ हो रहा है। इनके विरुद्ध करवाई और इनकी दुकानों को सील करने की दरकार प्रशासन से की गई है।
कार्यवाही के नाम पर दिखावा
इनके खिलाफ कार्यवाही के नाम पर मात्र दिखावा कर दूसरे तरीके से इन्हें सीधा संरक्षण दिया जा रहा है। जिसका उदाहरण समनापुर में कुछ माह पूर्व मीडिया के प्रयासों से यहां कथित चिकित्सक गोलदार की क्लिनिक पर नायाब तहसीलदार और बीएमओ द्वारा की गई कार्यवाही से मिलता है। उक्त चिकित्सक ने मरीजों को इंजेक्शन और बोतल लगाए जाने की बात ऑन कैमरा स्वीकारी थी, छापे के दौरान उनके पास से सर्जिकल यंत्र और एलोपैथी दवाएं जप्त कर इनका क्लीनिक सील किया गया था इसके पास इलेक्ट्रो होम्यो पैथी का डिप्लोमा था और क्लीनिक संचालन के पंजीयन की तिथि भी समाप्त हो चुकी थी तब भी कार्यवाही के नाम और सील किया गया क्लीनिक कुछ दिनों के बाद पुनः खुल गया और अब भी चल रहा है ऐसी कार्यवाहियां जिम्मेदार लोगों की मिलीभगत से क्षेत्र में संचालित हो रहे कथित झोलाछापों की दुकानों के पीछे खुले संरक्षण के संकेत देता है। जिसके चलते क्षेत्र की जनता की जान पर खतरा पैदा हो रहा है ऐसे कथित डाक्टरों से फिर भी कार्यवाही के नाम पर प्रशासनिक खामोशी बड़े हादसे का इंतजार करती दिखती है।